जख्मी हुईं पलक कोहली की अस्पताल में इलाज के दौरान फोटो।
पंजाब के जालंधर की रहने वाली और पेरिस पैरालिंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व कर चुकीं बैडमिंटन खिलाड़ी पलक कोहली एशियन पैरा बैडमिंटन चैंपियनशिप 2025 के दौरान चोटिल हो गईं। महिला सिंगल्स के फाइनल में तीसरे सेट के दौरान उनका बैलेंस बिगड़ गया और उनका घुटना
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पलक को तुरंत वहां से बाहर ले जाया गया और बाद में जांच में सामने आया कि उन्हें सर्जरी की जरूरत है। इस वजह से वह न सिर्फ फाइनल मुकाबला पूरा कर पाईं, बल्कि आगामी टूर्नामेंटों से भी बाहर होना पड़ा। इसे लेकर खुद पलक कोहली ने जानकारी साझा की है।
भावुक हुईं पलक, बोलीं- और मजबूत होकर लौटूंगी
पलक ने कहा- “यह सब संभालना मुश्किल है। जब खिताब के इतने करीब हों और फिर ऐसी चीज हो जाए जो आपके हाथ में न हो। लेकिन यही खेल है, यही जिंदगी है। मैंने सर्जरी करवा ली है और अब रिकवरी की राह पर हूं। वादा करती हूं कि और मजबूत एवं बेहतर होकर लौटूंगी।” उन्होंने अपने समर्थकों, प्रशंसकों और टीम का भी धन्यवाद किया और कहा कि सभी के प्यार और दुआओं ने उन्हें इस मुश्किल वक्त में सहारा दिया।
पलक कोहली भारत की सबसे प्रतिभाशाली पैरा बैडमिंटन खिलाड़ियों में गिनी जाती हैं। उन्होंने कई अंतरराष्ट्रीय खिताब अपने नाम किए हैं और पेरिस पैरालिंपिक में भारत का नाम रोशन किया। फिलहाल पलक का पूरा ध्यान अपनी रिकवरी पर है और उनके प्रशंसक इस उम्मीद में हैं कि वह जल्द ही कोर्ट पर लौटकर एक बार फिर अपनी चमक बिखेरेंगी।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बातचीत करती हुई जालंधर की बेटी पलक कोहली।
पलक ने पीएम मोदी को सुना चुकीं बाधाओं की कहानी
पलक की तारीफ देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी कर चुकी हैं। इस दौरान पलक ने पीएम मोदी की उनकी जिंदगी में आई कठिनाइयों की कहानी भी सुनई। पलक ने पीएम से बताया था कि मैं टोक्यो पैरालिंपिक में चौथे स्थान पर रही। इस बार (पेरिस पैरालिंपिक) मैं 5वें स्थान पर रही। इस पैरालिंपिक में मेरी यात्रा बिल्कुल अलग थी। टोक्यो पैरालिंपिक के बाद मुझे बोन ट्यूमर कैंसर का पता चला। यह स्टेज-1 कैंसर था। मैंने ढाई साल तक किसी प्रतियोगिता में हिस्सा नहीं लिया था।
पलक ने पीएम मोदी से कहा था कि मैंने पिछले साल वापसी की और मैं बहुत खुश हूं। मैं अपने गौरव सर (पलक के कोच) की मदद से आगे बढ़ी। मेरे कई टूर्नामेंट छूट गए। एशियाई खेलों के दौरान मुझे कोविड हो गया। फिर मैंने विश्व चैम्पियनशिप के लिए क्वालीफाई किया और कांस्य पदक जीता। फिर बैक टू बैक पेरिस पैरालिंपिक के लिए क्वालीफाई किया।