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जबलपुर के भेड़ाघाट स्थित धुआंधार वॉटरफॉल में इन दिनों बारिश के चलते अद्भुत नजारा देखने को मिल रहा है. नर्मदा नदी पर स्थित यह जलप्रपात वैसे तो पूरे साल अपनी सुंदरता के लिए प्रसिद्ध रहता है, लेकिन बारिश के मौसम में इसकी भव्यता और भी बढ़ जाती है. हाल ही में दो तस्वीरें सामने आई हैं जो धुआंधार के दो अलग-अलग रूपों को दर्शाती हैं—एक बारिश से पहले का समय, जब दूधिया जलधारा धुएं की तरह गिरती है और हवा में ओस की फुहारें फैलती हैं; दूसरी, मूसलाधार बारिश के बाद का दृश्य, जब जलप्रपात तेज बहाव वाले सैलाब में बदल जाता है और धुंध जैसा नजारा पूरी तरह छिप जाता है. लगातार बारिश के चलते नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ गया है. प्रशासन ने एहतियात के तौर पर धुआंधार के पास बनी दुकानों को हटा दिया है और सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है. बावजूद इसके, इस मनमोहक दृश्य को देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग पहुंच रहे हैं. धुआंधार वॉटरफॉल की यह प्रकृतिक विविधता पर्यटकों को रोमांचित कर रही है और सोशल मीडिया पर भी इसकी तस्वीरें तेजी से वायरल हो रही हैं. यह स्थल अभी सावधानी और सुरक्षा के साथ प्रकृति प्रेमियों के लिए किसी स्वर्ग से कम नहीं है.
बारिश के मौसम में जबलपुर की प्राकृतिक सुंदरता निखर उठती है. धुआंधार वॉटरफॉल लोगों के घूमने का प्रमुख केंद्र बन जाता है.

बारिश के कारण 15 जून से 15 अक्टूबर तक भेड़ाघाट में वीआईपी गेट और नौका विहार दोनों बंद कर दिए गए हैं.

मूसलाधार बारिश के चलते धुआंधार जलप्रपात का मूल स्वरूप बदल गया है. जहां पहले दूधिया जलधारा दिखती थी, अब वहां पानी का सैलाब है.

बारिश से पहले धुआंधार की ऊंचाई से गिरती धारा और ओस की बूंदें धुंए जैसी दिखती थीं. वहीं बारिश के बाद पूरा दृश्य धुंध और तेज बहाव से ढक गया है.

धुआंधार में नर्मदा नदी का विकराल रूप देखने को मिल रहा है. ये नज़ारा रोमांच और भय दोनों का एहसास कराता है.

बारिश और सुरक्षा निर्देशों के बावजूद पर्यटक यहां लगातार पहुंच रहे हैं. लोग इस नजारे को देख उत्साहित हो रहे हैं.

तीन दिन से हो रही बारिश को देखते हुए प्रशासन ने एहतियात बरती है. नदी तट की दुकानों को हटाया गया है और सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं.

बारिश के समय धुआंधार का रूप अलग ही होता है. फोटोग्राफर्स के लिए यह बेहद खास मौका बन जाता है.

तेज बहाव और चेतावनियों के बावजूद लोगों का उत्साह कम नहीं हुआ है. यह बताता है कि प्रकृति शक्तिशाली है, लेकिन यह खतरनाक भी हो सकती है.

धुआंधार जलप्रपात की ख्याति देश ही नहीं विदेशों में भी है. मानसून में यह जलप्रपात अपनी चरम सुंदरता पर होता है.