मोहर्रम पर शिया समाज ने निकाला मातमी जुलूस: सिंधीपुरा में तिरंगा लेकर चले युवा; इमाम बाड़े पर हुआ समापन – Burhanpur (MP) News

मोहर्रम पर शिया समाज ने निकाला मातमी जुलूस:  सिंधीपुरा में तिरंगा लेकर चले युवा; इमाम बाड़े पर हुआ समापन – Burhanpur (MP) News


जुलूस में शामिल लोग नौहे पढ़ते हुए चले।

बुरहानपुर में यौमे आशुरा के अवसर पर रविवार को शिया समाज ने मातमी जुलूस निकाला। जुलूस में युवाओं ने तिरंगा झंडा भी अपने हाथों में थामा।

.

जुलूस सिंधी बस्ती स्थित शिया समाज के इमाम बाड़े से शुरू हुई। जो रोशन चौक, इकबाल चौक, गांधी चौक, फव्वारा चौक होते हुए सिटी कोतवाली रोड और मंडी क्षेत्र से बुधवारा तक पहुंचा। आखिर में जुलूस वापस इमाम बाड़े पहुंचकर खत्म हुई।

युवा और बुजुर्ग सभी ने हजरत इमाम हुसैन की याद में मातम किया।

‘इमाम हुसैन ने सच्चाई के लिए दिया बलिदान’ शिया समाज के आबिद जानी उर्फ जानी पहलवान ने बताया कि ये परंपरा 1 हजार 400 साल पुरानी है। जुलूस शिया मुस्लिम समाज के धर्मगुरू सैयद अब्बास रजा आबिदी की अध्यक्षता में निकाला गया। धर्मगुरू ने कहा कि हजरत इमाम हुसैन ने सच्चाई और धर्म के लिए यजीद के अत्याचार का सामना किया।

नौहे पढ़ते हुए चले जुलूस में शामिल लोग सिंधीपुरा से निकले जुलूस में शिया समाज के सैकड़ों लोग शामिल हुए। युवा और बुजुर्ग सभी ने हजरत इमाम हुसैन की याद में मातम किया। जुलूस में शामिल लोग नौहे पढ़ते हुए चले। समाज के प्रतिनिधियों ने बताया कि यजीद दुनिया का पहला आतंकवादी था। उसने इंसानियत को खत्म करने की कोशिश की थी। लेकिन हजरत इमाम हुसैन ने उसका विरोध किया।



Source link