विदिशा में देवशयनी एकादशी के पावन अवसर पर उदयगिरि परिक्रमा का आयोजन किया गया। मध्य प्रदेश प्रांतीय पुजारी महासभा के तत्वावधान में यह परिक्रमा श्री वेंकटेश बालाजी मंदिर से शुरू हुई।
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श्रद्धालुओं ने सबसे पहले भगवान वेंकटेश बालाजी महाराज की पूजा-अर्चना की। इसके बाद हाथों में ध्वज लेकर पैदल यात्रा शुरू की। परिक्रमा दल ने रामघाट, बहरा बाबा घाट, महल घाट और बढ़वाले घाट स्थित मंदिरों में पूजन किया। उदयगिरि पहुंचकर भगवान नरसिंह, भैरव महाराज और वराह भगवान के दर्शन किए।
यात्रा के अंतिम चरण में श्रद्धालुओं ने चरण तीर्थ में माता बेत्रवती और भगवान शिव का पूजन किया। परिक्रमा का समापन वेंकटेश बालाजी मंदिर पर हुआ। कुल 20 किलोमीटर की इस यात्रा में बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए।
130 साल पहले वृंदावन की तर्ज पर विदिशा में 21 किलोमीटर लंबी उदयगिरि परिक्रमा की परंपरा शुरू की गई थी। परिक्रमा के प्रधान संचालक पंडित संजय पुरोहित ने बताया कि यह आयोजन हर साल देवशयनी एकादशी पर होता है। इसका उद्देश्य आध्यात्मिक जागरूकता के साथ विदिशा के ऐतिहासिक व धार्मिक स्थलों का संरक्षण भी है।