जहां होनी थी पढ़ाई वहां हो रही थी जुगाली…जानिए बसाड़ की हैरान कर देने वाली कहानी

जहां होनी थी पढ़ाई वहां हो रही थी जुगाली…जानिए बसाड़ की हैरान कर देने वाली कहानी


Last Updated:

Burhanpur News: मध्यप्रदेश के बुरहानपुर के बसाड़ गांव में स्कूल की जमीन पर 8 साल से भैंसों का तबेला बना था. लोकल 18 की रिपोर्ट के बाद प्रशासन ने अतिक्रमण हटाकर स्कूल दोबारा शुरू करने की प्रक्रिया शुरू की.

हाइलाइट्स

  • बसाड़ गांव में स्कूल की जमीन पर 8 साल से भैंसों का तबेला था.
  • प्रशासन ने अतिक्रमण हटाकर स्कूल दोबारा शुरू करने की प्रक्रिया शुरू की.
  • गांव के लोग लोकल 18 की टीम का आभार मानते हैं.
मोहन ढाकले/बुरहानपुर: मध्य प्रदेश गजब है तो यहां पर अजब गजब घटनाएं भी सामने आते रहती है. 1960 में मध्य प्रदेश के बुरहानपुर जिले के बसाड गांव में शकुंतला देवी ने स्कूल का संचालन करने के लिए 2000 स्क्वायर फीट जमीन दान में दी थी. जहां पर सरकारी स्कूल 1960 से संचालित भी हो रहा था. 2018 में यह छितग्रस्त हो गया था,जिसफिर को प्रशाशन ने तोड़ दिया गया था. जिसके बाद यहां पर गांव के एक व्यक्ति ने अतिक्रमण कर भैंसों का तबेला खोल लिया. जिस कारण विद्यार्थियों को पढ़ाई लिखाई करने में काफी दिक्कतें आ रही थी. गांव के बच्चे दूसरे गांव पढ़ने जाते थे. लोकल 18 की टीम ने इस मुद्दे को प्रमुखता से दिखाया था. जिसका एक बड़ा असर हुआ है अब यहां पर 8 साल बाद दोबारा से स्कूल बनाई जाएगी और यहीं पर विद्यार्थी शिक्षा ग्रहण करेंगे. गांव के लोगों ने लोकल 18 की टीम का भी आभार माना है.

महिला ने दी जानकारी 
लोकल 18 की टीम ने जब बसाड़ में रहने वाली शकुंतला देवी से बात की तो उन्होंने बताया कि हमने सरकारी स्कूल के लिए 1960 में यह जमीन को दान में दी थी. यहां पर स्कूल का संचालन भी होता था. 100 से अधिक विद्यार्थी यहां शिक्षा ग्रहण हर वर्ष करते थे. लेकिन 2018 में यह स्कूल जर्जर हो गया था. जिसको गिरा दिया गया था. जिसके बाद यह खाली जमीन बन गई थी तो वहां पर पड़ोस में ही रहने वाले एक व्यक्ति ने अतिक्रमण कर भैंसों का तबेला संचालित करना शुरू कर दिया था. हम ग्रामीणों ने इसकी शिकायत जिला प्रशासन को की थी, लोकल 18 की टीम ने भी हमारे मुद्दे को प्रमुखता से दिखाया था. जिसका असर भी हुआ है, इसलिए हम लोकल 18 की टीम का भी आभार मानते हैं.

एसडीएम ने दी जानकारी 
लोकल 18 की टीम ने जब एसडीएम पल्लवी पौराणिक से बात की तो उन्होंने बताया कि गांव के लोगों ने स्कूल की जमीन पर अतिक्रमण की शिकायत की थी. हमने मौके पर पहुंचकर देखा और रिपोर्ट मिली तो उसमें यह पाया गया कि यहां पर स्कूल का संचालन होता था. जिस व्यक्ति ने यहां पर तबला खोला था उसने भी अपना तबला हटाने के लिए हमसे बात कही है. यहां पर स्कूल का संचालन किया जाएगा.

homemadhya-pradesh

जहां होनी थी पढ़ाई वहां हो रही थी जुगाली…जानिए बसाड़ की अजब गजब कहानी



Source link