श्योपुर में बगवाड़ा गांव के पास चंबल दाहिनी मुख्य नहर में मंगलवार शाम को दरार पड़ गई। नहर की दीवार धंसने से करीब 15 फीट चौड़ी दरार बन गई। पानी का तेज बहाव खेतों को पार करते हुए बगवाड़ा गांव की तरफ बढ़ रहा है।
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बगवाड़ा और टर्रामाफी के बीच ढोटी के खुर्रे के पास नहर टूटी है। गांव को बचाने के लिए महिलाएं, बुजुर्ग और युवा मिलकर बोरियों से अस्थाई बांध बना रहे हैं। संसाधनों की कमी के बावजूद ग्रामीण दिन-रात काम में जुटे हैं।
जांच के दौरान नहर का कमजोर हिस्सा टूटा
यह घटना चंबल सूक्ष्म सिंचाई योजना के तहत नहर की जांच के दौरान हुई। कोटा बैराज से 35 गांवों की नहर की जांच के लिए पानी छोड़ा गया था। आगे के गेट बंद कर गेज बढ़ाया गया था। इसी दौरान नहर का कमजोर हिस्सा टूट गया।
पानी के बहाव को रोकने का प्रयास जारी
जल संसाधन विभाग और प्रशासन की टीमें मौके पर पहुंच गई हैं। पानी के बहाव को रोकने का प्रयास जारी है। ग्रामीणों ने प्रशासन से तत्काल राहत और बचाव कार्य तेज करने की मांग की है। बगवाड़ा और आसपास के गांवों को संभावित नुकसान से बचाने के प्रयास किए जा रहे हैं।
श्योपुर SDM बीएस श्रीवास्तव ने कहा कि कोटा से पानी बंद करवा दिया है स्तिथि नियंत्रण में है घबराने की कोई बात नहीं है प्रशासन मौके पर मौजूद है।