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Bageshwar Dham Hadsa: छतरपुर के गढ़ा गांव स्थित बागेश्वर धाम में सोमवार-मंगलवार की दरमियानी रात करीब 3 बजे ढाबे की दीवार ढह गई. इस हादसे में एक महिला की मौत और 11 लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं. चलिए आपको बताते ह…और पढ़ें
बागेश्वर धाम में हादसा
दरअसल, छतरपुर के गढ़ा गांव स्थित बागेश्वर धाम में सोमवार-मंगलवार की दरमियानी रात करीब 3 बजे ढाबे की दीवार ढह गई. मलबे में दबने से उत्तर प्रदेश निवासी महिला की मौके पर ही मौत हो गई जबकि 12 घायल हुए हैं. इनमें 9 लोग उत्तर प्रदेश, एक उत्तराखंड जबकि दो पश्चिम बंगाल के हैं. 4 घायलों को ग्वालियर रेफर किया गया है.
इस हादसे में मुंशीलाल कश्यप, पूनम देवी कहार, बीना देवी कश्यप, मंजू देवी कुर्मी, अरविंद कुमार पटेल, प्रिया कुमारी खखार, अंशिका कुमारी कहार, कौशल सोनी, गुलाबचंद साहू और धनेश्वरी देवी घायल हुए हैं. इनका जिला अस्पताल में इलाज चल रहा है, वहीं कई की हालत गंभीर होने पर उन्हें रेफर कर दिया गया है.
पं. धीरेंद्र ने कहा- लोग घर पर ही करें गुरु पूजन
हादसे के बाद पं. धीरेंद्र शास्त्री ने वीडियो जारी कर कहा कि 7 तारीख को बागेश्वर धाम में अत्यधिक जन समुदाय हो जाने के कारण एक सूचना देना चाह रहे हैं. भारी वर्षा हो रही है. यहां पहले ही लाखों भक्त पहुंच चुके हैं, इसलिए गुरु पूर्णिमा उत्सव पर आप आगे-पीछे आना. घर बैठकर पादुका पूजन कर लेना. घर बैठकर भगवान का स्मरण कर लेना. घर से ही हनुमान चालीसा का पाठ कर लेना.
कुछ दिन पहले भी हुआ था हादसा
बता दें कि, 3 जुलाई की सुबह करीब 7 बजे आरती के बाद बागेश्वर धाम परिसर में टेंट गिर गया था. बारिश से बचने के लिए टेंट के नीचे खड़े श्रद्धालुओं में से एक बुजुर्ग के सिर में लोहे का एंगल लगा था. उनकी मौके पर ही मौत हो गई थी. भगदड़ में 8 लोग घायल हुए थे.
“गुरुपूर्णिमा महोत्सव” के संदर्भ में पूज्य सरकार द्वारा अतिआवश्यक “संदेश” pic.twitter.com/jHtQXasntZ— Bageshwar Dham Sarkar (Official) (@bageshwardham) July 8, 2025