कार्टूनिस्ट हेमंत मालवीय ने पीएम मोदी और संघ पर विवादित कार्टून बनाया था।
आरएसएस और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विवादित कार्टून बनाने वाले कार्टूनिस्ट हेमंत मालवीय की अग्रिम जमानत हाई कोर्ट ने मंगलवार को निरस्त कर दी है। जस्टिस सुभाष अभ्यंकर की बेंच ने माना कि यह मामला अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की सीमा लांघने का है। आरोपी
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कार्टूनिस्ट की ओर से दलील दी गई कि यह एक हास्य-व्यंग्य था और सिर्फ उनके फेसबुक पेज पर साझा किया गया। लेकिन कोर्ट ने माना कि इस तरह के कार्टून सार्वजनिक सद्भाव को बिगाड़ सकते हैं और धारा 41(1)(b) CrPC के तहत गिरफ्तारी उचित मानी जा सकती है। सुप्रीम कोर्ट के अर्नेश कुमार फैसले का लाभ भी कोर्ट ने अस्वीकार कर दिया। अंततः हाईकोर्ट ने कार्टूनिस्ट की अग्रिम ज़मानत याचिका खारिज कर दी।
मालवीय ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) को लेकर आपत्तिजनक कार्टून फेसबुक पर शेयर किया था। सुदामा नगर निवासी विनय जोशी ने कहा कि इन कार्टून से हमारी धार्मिक भावनाएं आहत हुईं। जोशी की शिकायत पर 22 मई को लसूड़िया थाना पुलिस ने धारा 196, 299, 302, 352, 353 (2) BNS और 67(A) IT act के तहत अपराध पंजीबद्ध किया है। हेमंत मालवीय के खिलाफ पहले हरिद्वार के कनखल थाने में बाबा रामदेव भी FIR दर्ज करा चुके हैं।
यह था विवादित कार्टून में
कार्टून में RSS को उसकी वर्दी (खाकी हाफ पैंट, सफेद शर्ट) में एक मानव रूप में दिखाया गया, जो झुककर PM मोदी के सामने खड़ा है। मोदी को स्टेथोस्कोप और इंजेक्शन के साथ दिखाया गया, जिसे वो RSS के पीछे लगा रहे हैं।” कोर्ट ने साथ ही इस बात पर आपत्ति जताई कि इस कार्टून के साथ भगवान शिव पर भी आपत्तिजनक टिप्पणी जोड़कर पोस्ट को और भी अपमानजनक बनाया गया। कोर्ट ने कहा, “यह कृत्य जानबूझकर और दुर्भावनापूर्ण है, जो धार्मिक भावनाओं को भड़काने और समाज में शांति भंग करने के उद्देश्य से किया गया प्रतीत होता है।”
शिकायतकर्ता ने कहा- जानबूझकर किया गया
शिकायत कर्ता विनय जोशी ने बताया कि मैं एमपी हाईकोर्ट में अधिवक्ता हूं। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का स्वयंसेवक भी हूं। मैं आज निपानिया स्थित इस्कान मंदिर में भगवान श्रीकृष्ण के दर्शन करने गया था। वहां से बाहर निकला तो मोबाइल पर हेमंत मालवीय नामक फेसबुक आईडी देखी। जिसकी टाइम लाइन पर कुछ इमेज अपलोड की गई है।
ये सभी आरएसएस संगठन के विरुद्ध विद्वेषपूर्ण तरीके से उकसाने के लिए जानबूझ कर प्रसारित की गई है। जिसमें देश के प्रधानमंत्री मोदी और आरएसएस के स्वयंसेवक का आपत्तिजनक, अभद्र एवं अमर्यादित कार्टून शेयर किया गया है। मेरे आराध्य भगवान शिव पर टिप्पणी भी की गई है।
उससे मेरी, आरएसएस कार्यकर्ता और हिंदू समाज की धार्मिक भावनाएं आहत हुई है। इसके पीछे उसका आशय प्रतीत होता है कि वह समाज जनों को दंगा करने, कानून व्यवस्थाओं को अपने हाथ में लेने व हिंसा करने के लिए उकसाना चाहता है।
पीएम मोदी की मां पर की थी टिप्पणी
कार्टूनिस्ट हेमंत मालवीय ने पीएम मोदी की मां के देहावसान के बाद एक पोस्ट डाली थी। कई लोगों ने फेसबुक पर लिखे इस पोस्ट पर कमेंट भी किया था लेकिन भारतीय जनता पार्टी युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं द्वारा इस पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुए थाने पर शिकायत दर्ज कराई गई थी।
हेमंत मालवीय पहले भी अपने कार्टून के माध्यम से कई लोगों के खिलाफ टिप्पणी लिखते हैं। मोदी की मां पर टिप्पणी करने के मामले में युवा मोर्चा की थाने पर शिकायत के बाद धारा 188 में हेमंत मालवीय खिलाफ मामला दर्ज हुआ था।