लोगों ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर कार्रवाई की मागं की है।
बड़वानी में निजी स्कूल संचालकों की मनमानी का मामला सामने आया है। जय आदिवासी युवा शक्ति संगठन (जयस) ने मंगलवार को कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। इसमें शहर के एक निजी स्कूल पर विशेष दुकान से पुस्तकें खरीदने का दबाव बनाने का आरोप लगाया है।
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वॉर्ड क्रमांक 10 में गोशाला के पास स्थित असमी विद्या निकेतन स्कूल का मामला है। यहां नर्सरी से आठवीं कक्षा तक के विद्यार्थी पढ़ते हैं। स्कूल प्रबंधन विद्यार्थियों और अभिभावकों को चिट्ठी देकर सांई बुक स्टोर्स से ही किताबें खरीदने के लिए कह रहा है।
नर्सरी के बच्चे की किताबें 1-1 हजार में मिल रही
जयस के अनुसार जो बच्चा अभी नर्सरी में है। वह पढ़-लिख भी नहीं पा रहा है। फिर भी इसलिए उसकी किताबें हजारों की में मिल रही हैं। इसी तरह से ड्रेस भी जो 600 तक में आनी चाहिए। 1 हजार 1200 तक में मिल रही है।
स्कूल प्राचार्य को कमीशन मिलता
स्कूल प्राचार्य और दुकानदार की मिलीभगत से अभिभावकों का आर्थिक शोषण किया जा रहा है। संगठन का आरोप है कि इस व्यवस्था में स्कूल प्राचार्य को कमीशन मिलता है। जयस ने कलेक्टर से इस मामले की जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।