सोते समय खर्राटे लेना एक आम समस्या है. आमतौर पर पुरुष ज्यादा खर्राटे लेते हैं, लेकिन ऐसी महिलाओं की भी अच्छी-खासी तादाद है, जिनके खर्राटों के कारण परिवार के अन्य लोग सो नहीं पाते हैं. फिर भी, यह मुख्य रूप से पुरुषों से संबंधित समस्या मानी जाती है. अगर आप भी उन पीड़ित महिलाओं में शामिल हैं, जो अपने पतिदेव के खर्राटों के कारण रातभर सो नहीं पाती हैं, तो ये टिप्स आपके लिए बेहद मददगार साबित हो सकते हैं. इनकी मदद से आप अपने पति के खर्राटों को काफी हद तक कम कर सकती हैं और खुद भी चैन की नींद सो सकती हैं.
ओवरवेट होना: जिन लोगों का वजन उनकी लंबाई की तुलना में बहुत अधिक होता है, आमतौर पर उन्हें खर्राटों की समस्या होती है. गर्दन के आसपास अतिरिक्त वसा (फैट) वायुमार्ग को संकरा कर सकती है.
स्मोकिंग (धूम्रपान): जो लोग बहुत अधिक धूम्रपान करते हैं, उन्हें खर्राटे आने की समस्या हो जाती है. धूम्रपान गले और फेफड़ों में सूजन पैदा करता है, जिससे वायुमार्ग अवरुद्ध हो सकता है.
अत्यधिक शराब का सेवन: शराब का अत्यधिक सेवन करने वाले लोगों को भी खर्राटों की समस्या होती है. शराब मांसपेशियों को आराम देती है, जिसमें गले की मांसपेशियां भी शामिल हैं, जिससे वायुमार्ग संकरा हो जाता है.
अच्छी बात यह है कि इन तीनों ही समस्याओं को नियंत्रित करना व्यक्ति के अपने हाथ में है. अगर इन लाइफस्टाइल बदलावों के बाद भी समस्या बनी रहती है, तो यहां कुछ और प्रभावी टिप्स बताए जा रहे हैं, जिनका पालन कर सकते हैं.
खर्राटों को कम करने के प्रभावी तरीके
खर्राटों से बचने का और इनकी आवाज को कम करने का सबसे पहला और प्रभावी तरीका यह है कि आप पीठ के बल न सोएं, बल्कि करवट लेकर सोएं. बेहतर होगा कि आप बाईं करवट (लेफ्ट हैंड साइड) पर सोएं. पीठ के बल सोने से आपके गले पर दबाव पड़ता है और आपकी जीभ भी सिकुड़कर फैरेक्स (Pharynx) यानी ग्रासनी नली की तरफ चली जाती है. इससे वायुमार्ग संकरा हो जाता है, जिससे खर्राटों की समस्या और इनकी आवाज बहुत तेज होने की आशंका बढ़ जाती है.
कुछ लोगों को इस तरह की समस्या होती है कि उनकी नाक और गले में हर समय सूखापन रहता है. इस कारण गले और नाक में जलन (इरिटेशन) और सूजन की समस्या होती है, जो खर्राटों का कारण बन सकती है. इसलिए, आप दिन में पर्याप्त मात्रा में (8 से 10 गिलास) पानी पिएं. साथ ही, रात को सोने से पहले अपने कमरे में ह्यूमिडिफायर (Humidifier) रख लें. यह आपके गले और नाक को सूखेपन से बचाएगा, जिससे वायुमार्ग खुला रहेगा.
3. भाप (स्टीम) कर सकती है मदद:
खर्राटों से होने वाली गंभीर समस्याएं
यदि आप खर्राटे लेते हैं, तो इसका अर्थ यह बिल्कुल नहीं है कि सिर्फ दूसरों की नींद डिस्टर्ब होती है. बल्कि आपकी सेहत को भी भयंकर नुकसान हो रहे होते हैं. क्योंकि खर्राटे लेने की स्थिति इस बात का भी संकेत है कि आपके शरीर और दिमाग को पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन की सप्लाई नहीं हो रही है. इस कारण कई घंटों की नींद लेने के बाद भी आप अगले दिन थकान का अनुभव करते हैं.
कुल मिलाकर, यह समस्या आपकी सेहत, व्यक्तित्व और करियर सभी पर बुरा असर डालती है, और साथ में परिवार परेशान होता है सो अलग. इसलिए, अपने खर्राटों को जल्दी से जल्दी कंट्रोल करें. यहां बताई गई विधियां प्रभावी हैं, इन्हें आज़माकर देखें और एक सुकून भरी नींद का आनंद लें.
Disclaimer: इस खबर में दी गई दवा/औषधि और स्वास्थ्य से जुड़ी सलाह, एक्सपर्ट्स से की गई बातचीत के आधार पर है. यह सामान्य जानकारी है, व्यक्तिगत सलाह नहीं. इसलिए डॉक्टर्स से परामर्श के बाद ही कोई चीज उपयोग करें. Local-18 किसी भी उपयोग से होने वाले नुकसान के लिए जिम्मेदार नहीं होगा.