जबलपुर में 6 टोल टैक्स से रोजाना हजारों वाहन गुजरते हैं।
वाहन चलाते समय अगर लंबा सफर करना हो तो यह चिंता रहती है कि टोल पार करते समय फास्ट टैग में बैलेंस है या नहीं, अगर नहीं हुआ तो फिर केस देने होंगे, या फिर तुरंत रिचार्ज करना होगा, इस समस्या से भारत सरकार ने छुटकारा दे दिया है।
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15 अगस्त से देशभर में एनुअल टोल पास स्कीम लागू हो रही है। जिससे गाड़ियां चलाने वालों को बड़ी राहत मिलेगी। सिर्फ 3 हजार रुपए में देश के किसी भी टोल नाके को आप 200 बार पार कर सकते हो, इसके लिए वेलिडिटी एक साल की दी गई है।
हालांकि, ये सुविधा सिर्फ पर्सनल वाहनों को दी गई है, जबकि कमर्शियल गाड़ियों को लिए पुराना सिस्टम ही लागू रहेगा। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) के नए सिस्टम से बार-बार टोल प्लाजा पर लगने वाले शुल्क और लंबी कतारों से वाहन मालिक को राहत मिलेगी।
मध्यप्रदेश के जबलपुर संभाग में भी नए एनुअल फास्ट टैग टोल सिस्टम को लेकर तैयारी शुरू कर दी गई है। आगामी 15 दिनों के भीतर में जबलपुर के 6 टोल नाका अपडेट हो जाएंगे। जिसके बाद नए प्लान के जरिए 3 हजार रुपए में गाड़ी चालक एक साल के भीतर 200 बार टोल का उपयोग कर सकेगा।
जबलपुर के शहपुरा, सिहोरा, बरेला, बरगी, सरसडोल और पाडूतला टोल में 25 जुलाई से एक्टिवेशन होना शुरू हो जाएगा। नेशनल हाइवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने सभी प्रोजेक्ट डायरेक्टर को निर्देश दिए हैं कि 15 दिन में तैयारी पूरी कर ले।
15 अगस्त से देश भर के एनएचएआई हाईवे में शुरू हो जाएगी एनुअल पास की सुविधा।
जिले के 6 रास्तों पर मिलेगा टोल जबलपुर से भोपाल, जबलपुर से नागपुर, जबलपुर से प्रयागराज, जबलपुर से रायपुर जबलपुर से छिंदवाड़ा के रास्ते में सफर के दौरान एनएचएआई के टोल नाके मिलेंगे, जिस पर आप एनुअल टोल पास का फायदा ले सकते हैं।
एनएचएआई के प्रोजेक्ट डायरेक्टर अमृत लाल साहू ने दैनिक भास्कर से बात करते हुए बताया कि भारत सरकार के निर्देश पर तैयारी शुरू कर दी गई है। 25 जुलाई तक सब कुछ तैयार हो जाएगा, गाड़ी चालक राजमार्ग यात्रा ऐप के जरिए एनुअल टोल पास का फायदा उठा सकते हैं।
उन्होंने बताया कि अभी वाहन मालिक को टोल पार करने के लिए कम से कम 100 से 150 रुपए तक देने होते हैं। लेकिन, अगर एनुअल टोल पास के जरिए वहीं व्यक्ति टोल को पार करता है, तो उसे सिर्फ 15 रुपए का खर्च आएगा।

एनएचएआई के प्रोजेक्ट डायरेक्टर ने दी एनुअल टोल पास की जानकारी।
NHAI के प्रोजेक्ट डायरेक्टर ने बताया
- सवाल- एनुअल टोल पास से लोगों को किस तरह से फायदा मिलेगा ?
- जवाब- एनुअल पास स्कीम बहुत अच्छी है, जो कि भारत सरकार ने लॉन्च की है, जो कि 15 अगस्त से शुरू हो जाएगी, जिसकी सुविधा पब्लिक ले सकती है। इस स्कीम मे 3000 रुपए में एनुअल पास एक्टिवेट करवाना होगा, जिसकी वैलिडिटी 200 ट्रिप (200 बार टोल पार करते है) जो कि एक साल तक होगी। दोनों में से जो भी पहले एक्सपायर हो जाएगा, उसके बाद फिर से एक्टिवेट करवा सकते है। उसके बाद फिर से उसकी वैलिडिटी एक साल और या फिर 200 ट्रिप के लिए एक्टिवेट हो जाएगी।
- सवाल-एनुअल पास का फायदा कैसे लिया जा सकता है ?
- जवाब- आपकी गाड़ी में जो अभी फास्ट टैग लगा हुआ है, उसी से एक्टिवेट करवा सकते है, नए फास्टैग की आवश्यकता नहीं है। इसके लिए राजमार्ग यात्रा ऐप जो कि एनएचएआई का है, उसके जरिए अपडेट किया जा सकता है। अगले 10 से 15 दिनों के भीतर यह सुविधा शुरू हो जाएगी, जिसका फायदा 15 अगस्त से लिया जा सकता है। राजमार्ग यात्रा एप को प्ले स्टोर से डाउनलोड करने के बाद फास्टैग का नंबर डालकर उसे एक्टिवेट करना है। जिसमें कि 3 हजार रुपए देना होगा। एक बात और जान ले कि रिचार्ज करने के बाद आपको बैलेंस नहीं दिखेगा, यह एक्टिवेशन फीस है, जिसके जरिए 200 बार टोल नाके को बिना किसी भुगतान के पार कर सकते है।
- सवाल- अनुएल पास की सुविधा क्या स्टेट हाइवे में भी है ?
- जवाब- नहीं, ये सुविधा सिर्फ राष्ट्रीय राजमार्ग पर मिलेगी, क्योंकि इसका नोटिफिकेशन सिर्फ एनएचएआई में ही आया है, जो कि भारत सरकार ने लागू किया है, इसलिए इस पास की सुविधा स्टेट हाइवे के टोल प्लाजा पर नहीं मिलेगी।
- सवाल- क्या नया फास्टैग लेने की जरूरत है?
- जवाब- नहीं, नया फास्टैग लेने की बिल्कुल भी जरूरत नहीं है, गाड़ी में जो पुराना फास्टैग लगा हुआ है, वही रहेगा। अगर आपने टोकल टोल प्लाजा में मंथली एक्टिवेट करवा रखा है, जो कि 20 किलोमीटर के दायरे पर है, तो उसका इस एनुअल टोल स्कीम पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा। किसी दूसरे टोल प्लाजा को क्रॉस करने पर एनुअल टोल पास काम करेगा।
- सवाल- पहले की फास्टैग और नए में क्या अंतर है ?
- जवाब- नए एनुअल फास्टैग पास का बहुत फायदा है। सफर के दौरान आप जब भी कोई टोल प्लाजा पार करते है तो 80 से 200 रुपए तक पे करते है। जो कि रोड़ की लंबाई टू-लेन या फिर फोर-लेन हाईवे पर निर्भर करती है। औसत आपको 80 से 200 रुपए देना अनिवार्य है, पर अगर आप एनुअल टोल पास का उपयोग करते है, तो आपको एवरेज 15 रुपए प्रति टोल प्लाजा देना होगा।
- सवाल- वाहन चालकों को कितना फायदा होगा इसका ?
- जवाब- देखिए अगर आपकी लंबी रंनिग है, तो ये आपके लिए बहुत फायदेमंद है। अगर आप अपनी गाड़ी में जबलपुर से रीवा जाते है, तो अप और डाउन में कम से कम 900 रुपए देने होते है, क्योंकि बीच में तीन टोल प्लाजा आते है, अगर यह आप एनुअल पास के जरिए उपयोग करते है, तो 90 रुपए देने होगें।
- सवाल- क्या इसका लाभ कमर्शियल वाहनों को भी मिलेगा ?
- जवाब- नहीं, यह सुविधा सिर्फ पर्सनल वाहनों को दी गई है, जिसमें कि कार ,जीप वो वाहन जिसे कि लोग खुद के सफर के लिए उपयोग करते है।

राजमार्ग यात्रा एप के जरिए एनुअल पास का लाभ लिया जा सकता है।
24 घंटे में गुजरती है हजारों गाड़ियां
जबलपुर संभाग में छह टोल नाके है, जहां से रोजाना हजारों गाड़ियां गुजरती है। जबलपुर से भोपाल 3500 से 4000, जबलपुर से कटनी,रीवा,प्रयागराज 5500 से 6000, जबलपुर से नागपुर 7000 से 8000, जबलपुर से रायपुर 2500 से 3000।
किस टोल में कितना करना पड़ता है भुगतान
नागपुर रोड पर बरगी टोल | 165 रुपए |
प्रयागराज रोड पर सिहोरा टोल | 130 रुपए |
भोपाल रोड पर शहपुरा टोल | 90 रुपए |
रायपुर रोड पर बरेला टोल | 35 रुपए |
इस रास्ते पर नहीं मिलेगा लाभ जबलपुर से दमोह, सागर अभी हाईवे घोषित है, लेकिन बना नहीं है, जिसके चलते यह अभी स्टेट हाइवे की श्रेणी में आता है। इसी तरह से जबलपुर से पाटन, तेंदूखेड़ा जबलपुर से गोटेगांव में स्टेट हाईवे को टोल है, जिस पर फिलहाल यह सुविधा उपलब्ध नहीं है।

संभाग के छह टोल प्लाजा से रोजाना हजारों गाड़ियां गुजरती हैं।
वाहन मालिक बोले- स्कीम अच्छी है जबलपुर संभाग के महाराष्ट्र-उत्तर प्रदेश को जोड़ने वाले एनएच 34 पर सफर करने वाले कुछ वाहन मालिकों से जब एनुअल पास को लेकर प्रतिक्रिया जानी तो उन्होंने कहा उनके लिए स्कीम अच्छी है, जो कि अपने पर्सनल वाहन से लंबा सफर करते है। जबलपुर निवासी चंद्रभूषण सिंह का कहना है कि मैं हमेशा जबलपुर से प्रयागराज,नागपुर, भोपाल, रायपुर का सफर करता हूं।
फास्टैग होने के बाद भी सफर के दौरान 5 से 7 हजार रुपए सिर्फ टोल नाके में ही खर्च हो जाते हैं। अब जबकि 15 अगस्त से भारत सरकार नया सिस्टम लागू कर रही है, ये हम लोगों के लिए बहुत अच्छा है। अभी एक टोल पार करने पर कम से 100 से 200 रुपए लगता है, पर एनुअल टोल सिस्टम से 3 हजार रुपए देकर 200 ट्रिप लगाया जा सकता है।
योगेंद्र सिंह ने बताया-

एनएचएआई की ये अच्छी मुहिम है, जो कि लंबे सफर में जाते है,बार-बार उनके रास्ते में टोल आते है, तो उनके लिए बहुत ही फायदेमंद है। उन्होंने बताया कि नेशनल हाइवे के साथ-साथ यह सुविधा अगर जल्द स्टेट हाइवे में भी लागू हो तो और भी अच्छा है।