कांग्रेस से निष्कासित नेता और दिग्विजय सिंह के छोटे भाई लक्ष्मण सिंह ने नई पार्टी बनाने के संकेत दिए है। दैनिक भास्कर से खास बातचीत में उन्होंने कहा कि एक वैकल्पिक कांग्रेस खड़ी हो रही है। उसे मैं नहीं, कार्यकर्ता खड़ा करेंगे। कार्यकर्ताओं में भारी र
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लक्ष्मण सिंह ने आरोप लगाया कि कांग्रेस में कार्यकर्ताओं की नहीं सुनी जा रही है। पहले सुनी जाती थी। वर्कर जिसे कहते थे, उसे टिकट दिया जाता था। अब दिल्ली से पर्यवेक्षक आते हैं और टिकट बांटते हैं। हमने तो यहां तक सुना है कि वो पैसे लेकर टिकट बांट गया।
कांग्रेस से निकाले जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि मैंने कांग्रेस में 40 साल काम किया है। जहां पार्टी ने खड़ा रहने को कहा, मैं खड़ा रहा। हाल ही में पहलगाम में आतंकवादियों ने निर्दोष लोगों की हत्या की, उस पर मैंने राघौगढ़ में हुई सभा में बयान दिया, जो आपको वीडियो में दिखा।
मुझे आश्चर्य हुआ जब मेरी पार्टी ने मुझे नोटिस भेजा कि मुझे क्यों न निष्कासित किया जाए। मैं तो आतंकवादियों के खिलाफ बोला था। मुझे निष्कासित करने का क्या तात्पर्य है। लक्ष्मण सिंह ने कहा – मुझसे कहा गया कि मेरे जवाब से पार्टी संतुष्ट नहीं है। बोलें कि राहुल गांधी प्रधानमंत्री बनेंगे। मैंने मना कर दिया। फिर मुझे निष्कासित कर दिया गया। पूछिए उनसे कि क्या अब आतंकवाद के खिलाफ बोलना गुनाह है?
दैनिक भास्कर ने लक्ष्मण सिंह से कई मुद्दों पर बात की, पढ़िए –
सवाल: राहुल गांधी को प्रधानमंत्री बनाने वाला मैसेज किसने भेजा था? जवाब: कांग्रेस पार्टी से पूछिए, मैं अब बाहर आ गया हूं।
सवाल: आपके निष्कासन के पीछे किसको जिम्मेदार मानते हैं? जवाब: मुझे समझ नहीं आया। आप लोग छानबीन कर लीजिए।
सवाल: आपके 40 साल पार्टी में बीते, आपके बाहर होने से किसे फायदा हुआ? जवाब: ये मैं नहीं कह सकता, लेकिन इतना कह सकता हूं कि एक वैकल्पिक कांग्रेस खड़ी हो रही है। उसे मैं नहीं, कार्यकर्ता खड़ा करेंगे। कार्यकर्ताओं में भारी रोष है।
कार्यकर्ताओं का भारी उपयोग-दुरुपयोग पार्टी कर चुकी है। भीड़ में भरकर ले जाते हैं। बाद में उनकी सुनते नहीं हैं। जब रैलियों में कार्यकर्ताओं पर केस बनते हैं तो उनकी कोई नहीं सुनता। किसी को कोई मतलब नहीं हैं।
लक्ष्मण सिंह ने कहा कि नेताओं को केवल अपने आप से मतलब है। दिल्ली में और यहां कैसे भी बने रहें, उनके आसपास के लोग कैसे बने रहें इसके अलावा उनकी कोई रुचि नहीं हैं। यही कारण है कि 20 साल से कांग्रेस सत्ता में नहीं आ पाई।

लक्ष्मण सिंह ने नई पार्टी बनाने की कही बात
सवाल: क्या आप नई पार्टी बना रहे हैं? जवाब: मैं नहीं, कार्यकर्ता बना रहे हैं। आप जल्दी देखेंगे कि वह खड़ी हो जाएगी।
सवाल: मध्यप्रदेश की जनता ने तीसरे विकल्प को स्वीकार नहीं किया, आप कितनी संभावना मानते हैं? जवाब: ये स्वीकार्य होगा, क्योंकि, हमारी पार्टी कार्यकर्ताओं पर आधारित होगी। समाजवादी पार्टी को इसलिए स्वीकार्य नहीं किया क्योंकि, वो एक परिवार की पार्टी है, बहुजन समाज पार्टी को इसलिए स्वीकार नहीं किया क्योंकि, वो एक वर्ग की बात करती है। लेकिन, हमारी कांग्रेस की विचारधारा सबकी बात करती है। यदि कांग्रेस कार्यकर्ताओं की बात सुनती, सबको साथ लेकर चलती तो आज ये नौबत नहीं आती।
सवाल: कांग्रेस पर भी तो नेहरू-गांधी परिवार की पार्टी होने का आरोप है? जवाब: लेकिन, फिर भी पहले कार्यकर्ताओं की सुनी जाती थी। कार्यकर्ताओं से पूछा जाता था वर्कर जिसे कहते थे, उसे टिकट दिया जाता था।
सवाल: अब ऐसा हो रहा है? जवाब: बिल्कुल नहीं हो रहा। अब दिल्ली से पर्यवेक्षक आते हैं और टिकट बांटते हैं। हमने तो यहां तक सुना है कि वो पैसे लेकर टिकट बांट गया।

सवाल: 2023 में कांग्रेस की सरकार बनने की उम्मीद थी, आप कैसे हार गए? जवाब: मैं क्या कई लोग हार गए। जो अभी अध्यक्ष है वही हार गया। जो जीते हैं वो भी थोड़े-बहुत वोटों से जीते है। जहां तक मेरा सवाल है मेरे खिलाफ आम आदमी पार्टी लड़ी। पूरे प्रदेश में मेरे खिलाफ ही लड़ी, केजरीवाल प्रचार करने आए, असम के सीएम प्रचार करने आए।
आम आदमी पार्टी ने 40-45 हजार वोट लिए, जो कांग्रेस के वोट थे। मेरी हार का वो कारण था। कांग्रेस में भी कई लोग थे। जो चाहते थे कि मैं हार जाऊं।
सवाल: क्या आपको बीजेपी से ऑफर मिला था? जवाब: नहीं, मुझे कोई ऑफर नहीं मिला। मेरी बीजेपी से कोई दुश्मनी नहीं है। मेरा कोई दुश्मन नहीं हैं। सबकी सोच होती है। जब मैं किसी का कुछ नहीं बिगाड़ता तो लोग मेरा भी बुरा नहीं सोचते।
सवाल: क्या आपकी बड़े भाई से राजनीतिक चर्चा होती है? जवाब: वर्षों से नहीं हुई। अब सिर्फ पारिवारिक चर्चाएं होती हैं।
सवाल: पारिवारिक शक्ति के रूप में क्या राजनीति प्रभावित हुई है? जवाब: राजनीति और परिवार अलग चीजें हैं। आज का कार्यकर्ता बहुत जागरूक और शिक्षित है।
सवाल: पार्टी कब तक बनेगी? जवाब: बहुत जल्दी खड़ी हो जाएगी। टीम काम कर रही है, मैं मार्गदर्शन कर रहा हूं।
सवाल: किस चुनाव में भाग लेंगे? जवाब: जब तैयारी होगी, तब उम्मीदवार उतारेंगे। उसी समय पता चलेगा।
सवाल: 2018 में जब कांग्रेस सरकार बनी तो क्या हुआ था? जवाब: जब कमलनाथ जी की सरकार संकट में थी, राहुल गांधी ने सिंधिया से बात क्यों नहीं की? उनका दोष नहीं है?

सवाल: राहुल गांधी के बयान को लेकर क्या कहेंगे? जवाब: वह उम्र में बड़े हैं, मैं राहुल गांधी की तरह नहीं हूं कि किसी को ‘लंगड़ा घोड़ा’ कहूं। देश देख रहा है। उन्हें आज तक नहीं पता कि क्या बोलना चाहिए और कब।
सवाल: अशोक नगर में जीतू पटवारी पर एफआईआर हुई। कांग्रेस के प्रदर्शन के वक्त अजय सिंह नहीं दिखे? जवाब: अजय सिंह समर्पित नेता हैं, वो कहीं व्यस्त होंगे। लेकिन जब कार्यकर्ताओं पर मुकदमे होते हैं, तो कोई नेता मदद नहीं करता।
सवाल: कांग्रेस में कई मामलों पर फैसले पेंडिंग हैं, आपके मामले में जल्दी फैसला क्यों हुआ? जवाब: ये तो पार्टी से पूछिए। बाकि जो हुआ अच्छा हुआ। मैं गीता को मानता हूं और मानता हूं कि प्रभु कुछ नया करवाना चाहते हैं।
सवाल: पहले भी आप कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में गए थे, क्यों? जवाब: अटल जी और मेरे पिताजी के अच्छे संबंध थे। राजनीति में वह समय अलग था। उन्हीं से प्रेरित था। इसलिए भाजपा में गया था।
सवाल: जीतू पटवारी के नेतृत्व में कांग्रेस की स्थिति कैसी है? जवाब: प्रयास तो हो रहा है, लेकिन फैसला जनता करेगी। बाकि राहुल गांधी जब तक रहेंगे। पार्टी का जीतना मुश्किल है।
सवाल: नई पार्टी बनाने से कांग्रेस को क्या फायदा होगा? जवाब: मैं पार्टी नहीं बना रहा, कार्यकर्ता बना रहे हैं। हम बीजेपी को हटाना चाहते हैं। क्योंकि 20 साल से सत्ता परिवर्तन नहीं हुआ। हमारी पार्टी कांग्रेस का सपोर्ट ही करेगी। जहां से कांग्रेस उतारेगी हम उम्मीदवार नहीं उतारेंगे। बाकी उस वक्त तय हो जाएगा।
सवाल: कांग्रेस में फैसले राहुल गांधी लेते हैं, तो आपकी पार्टी से कैसे निपटेंगे? जवाब: उस समय तक सब ठीक हो जाएगा। सब साथ मिलकर लडेंगे।
सवाल: गांधी परिवार के बिना कांग्रेस कैसे चलेगी? जवाब: नरसिंह राव और सीताराम केसरी ने चलाई थी। पार्टी कार्यकर्ता चलाते हैं।
सवाल: क्या कांग्रेस मध्य प्रदेश में सरकार बना पाएगी? जवाब: जिस तरह चल रही है, उम्मीद कम है। सर्वे भी यही बता रहे हैं।
सवाल: क्या प्रदेश का दौरा या पदयात्रा करेंगे? जवाब: हां, मैं संपर्क में हूं। बहुत जल्दी पदयात्रा करूंगा और रैली भी करेंगे।
सवाल: बीजेपी में आपके सबसे अच्छे दोस्त कौन हैं? जवाब: मेरे सभी मित्र हैं। मैं किसी से दुर्भावना नहीं रखता।
सवाल: कांग्रेस के वर्तमान नेतृत्व में किसका काम ठीक लगता है? जवाब: अब मैं पार्टी में नहीं हूं, तो इस पर कुछ नहीं कहूंगा।

सवाल: पूर्व मुख्यमंत्रियों में किसका काम ठीक लगा? जवाब: सभी ने अपनी तरफ से अच्छा करने की कोशिश की। उस समय संसाधन सीमित थे। इसलिए दिग्विजय सिंह की सरकार के दौरान हम इन्फ्रास्ट्रक्चर बनाने में नाकाम रहे। उसके बाद हम कभी सत्ता में नहीं लौट पाए।
सवाल: कमलनाथ जी अब कम नजर आते हैं, क्या कारण है? जवाब: मेरे लिए सम्मानित हैं। वो पार्टी के लिए पूरी तरह समर्पित है।
सवाल: आप मार्गदर्शन कहां से लेते हैं? जवाब: आत्मा से, भगवान की शक्ति से। भगवत गीता में लिखा है, जो हुआ अच्छा हुआ। उसी पर चलता हूं।
सवाल: राजनीति में कैसे आए? जवाब: 1990 में टिकट मिला। उस समय पार्टी के पास कोई चुनाव लड़ने वाला नहीं था। तो मुझे खड़ा किया। मैंने कभी टिकट नहीं मांगा। पार्टी ने जहां खड़ा किया, वहां लड़ा।
सवाल: 2024 लोकसभा में कांग्रेस की सभी सीटें क्यों हारीं? जवाब: इसकी वजह राहुल गांधी हैं। वो जब तक रहेंगे, पार्टी हारती रहेगी।
सवाल: राहुल गांधी तो अभी युवा हैं, क्या कहेंगे? जवाब: वह बूढ़े हो चुके हैं। जब तक वह रहेंगे, कांग्रेस की हालत नहीं सुधरेगी।
सवाल: नई पार्टी कांग्रेस को कैसे सहयोग करेगी? जवाब: कार्यकर्ता तय करेंगे, जो निर्णय होगा, वही मान्य होगा। बाकि समय बताएगा।
सवाल: पार्टी का नाम क्या होगा? जवाब: यह कार्यकर्ता तय करेंगे। विचारधारा कांग्रेस की होगी।
सवाल: भाजपा से ऑफर आएगा तो आप जाएंगे? जवाब: नहीं जाऊंगा और बीजेपी जानती है, इसलिए वह मुझे ऑफर नहीं करती।
सवाल: आपको जो नोटिस मिला था, उसके बारे में बताएं। जवाब: मैंने उसे फाड़कर फेंक दिया। तारीक अनवर जैसे लोगों की कोई परवाह नहीं करता।
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पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के छोटे भाई और पूर्व सांसद लक्ष्मण सिंह को कांग्रेस पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है। कांग्रेस अनुशासन समिति के सदस्य तारिक अनवर ने लक्ष्मण सिंह को पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल रहने की शिकायतों के चलते 6 साल के लिए निष्कासित किया है। पूरी खबर पढ़ें..