बालाघाट के पीएम श्री एक्सीलेंस जटाशंकर त्रिवेदी स्नातकोत्तर महाविद्यालय में विवाद खड़ा हो गया है। दरअसल, प्रशासन ने पॉलिटेक्निक के सामने स्थित राजीव गांधी बालक छात्रावास को एनसीसी कार्यालय के लिए आवंटित करने का प्रस्ताव रखा है।छात्रावास में सालों से
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एनसीसी के लिए वैकल्पिक भवन की मांग
महाविद्यालय प्राचार्य अशोक कुमार मरठे ने कहा कि स्टाफ काउंसिल की बैठक में सबकी सहमति से छात्रावास न देने का निर्णय लिया गया है। वे प्रशासन से पत्राचार कर एनसीसी के लिए वैकल्पिक भवन की मांग कर रहे हैं।प्राचार्य ने बताया कि यह महाविद्यालय की एकमात्र संपत्ति है। प्रधानमंत्री एक्सीलेंस कॉलेज के रूप में नए कोर्स शुरू होने हैं, जिनके लिए भविष्य में इस स्थान का शैक्षणिक इस्तेमाल किया जाएगा।
विधायक ने भी प्रशासन के फैसले पर जताया विरोध
विधायक अनुभा मुंजारे ने भी प्रशासन के इस फैसले का विरोध किया है। उन्होंने कहा कि छात्रावास में 20-25 गरीब विद्यार्थी रहकर पढ़ाई कर रहे हैं। ये छात्र किराए पर रहने में असमर्थ हैं। विधायक ने प्रशासन पर गरीब छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने का आरोप लगाया है।
विधायक अनुभा मुंजारे ने कहा कि मैं इस छात्रावास को एनसीसी कार्यालय के लिए आवंटित किए जाने का विरोध करती हूं। साथ ही प्रशासन को कहना चाहती है कि वह इस आंवटन को तत्काल रद्द करे। अन्यथा आगामी समय में छात्रों के साथ बड़ा आंदोलन किया जाएगा।
छात्र बोले- कमरे खाली करने के लिए बना रहे दबाव
हॉस्टल में रह रहे छात्र भूपेंद्र उइके ने बताया कि एनसीसी अधिकारी, छात्रावास आकर उन्हें कमरे खाली करने के लिए दबाव बनाया जा रहा है। वे बारिश के इस मौसम में कहां पर अपने लिए कमरा ढूंढेंगे और किराया उनका कौन वहन करेगा?
मामले में एसडीएम गोपाल सोनी ने बताया कि तत्कालीन प्राचार्य ने भवन के इस्तेमाल की सहमति दी थी। जिसके आधार पर ही छात्रावास भवन को एनसीसी कार्यालय के प्रस्तावित किया गया हैं।