ये नारी है सबपे भारी! पति के मौत के बाद थामा ई-रिक्शा का साथ, 3 बच्चों को पाल रही है अकेली ‘मां’

ये नारी है सबपे भारी! पति के मौत के बाद थामा ई-रिक्शा का साथ, 3 बच्चों को पाल रही है अकेली ‘मां’


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Inspirational Story: देश में इंदौर सफाई के मामले में नंबर है. इसके साथ ही इंदौर अब नारी शक्ति की भी अद्भुत मिशाल पेश कर रहा है. जहां महिलाएं पुरुषों से भरी फील्ड में भी अपने काम का लोहा मनवा रही हैं.

हाइलाइट्स

  • संघर्ष, साहस और आत्मनिर्भरता की प्रतीक
  • ई-रिक्शा अपने तीन बच्चों के लिए
  • जिद और मेहनत समाज में महिलाओं को प्रेरित करती
इंदौर. मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी कहे जाने वाले इंदौर का देशभर में खूब नाम है. वो इंदौर ही है जो साल दर-साल भारत का सबसे साफ शहर बनता जा रहा है. अब एमपी के इसी फेमस शहर में महिलाएं अपने काम से देशभर में नारी शक्ति की उत्तम मिशाल पेश कर रही है.

अहमदाबाद की जन्मी दीक्षा की इंदौर में शादी हुई थी और इंदौर में ही उनकी ससुराल है. कोरोना काल में उनके पति कोविड-19 वायरस का शिकार बन गए, जिसके बाद दीक्षा ने हार नहीं मानी और पति की बुलेट बाइक बेचकर संघर्ष का रास्ता चुना. देखिए और सुनिए उनकी प्रेरणादायी कहानी उन्हीं की जुबानी.

नारी शक्ति और संघर्ष की मिशाल दीक्षा
इंदौर की वर्ल्ड फेमस फूड स्ट्रीट छप्पन के सामने रात 9 बजे अकेली ऑटो में बैठी सवारी का इंतजार कर रही दीक्षा जब हमें दिखीं तो पहले तो हमें हैरानी हुई पर फिर उनसे बात करके पता चला की वो बड़ी साहसी हैं और नारी तो फिर कुछ भी कर सकती है. दीक्षा सुबह से शाम तक इंदौर की गलियों में इलेक्ट्रिक रिक्शा चलाकर गुजारा करती हैंं और उनको रिक्शा चलाते हुए तीन साल का समय बीत चुका है.

पति की मौत के बाद थामा ऑटो का हैंडल
सबसे साफ शहर इंदौर में पिछले 3 सालों से ऑटो चालक दीक्षा बताती हैं कि, 2019 में कोरोना से उनके पति की मौत हो गई थी. जिसके बाद उन्होंने पति की बुलेट बाइक को बेचकर ई-रिक्शा खरीदी थी और तब से ही इसके सहारे ही जीवन चल रहा है. दीक्षा की दो बेटियां हैं और एक बेटा है, जिसमें सबसे बड़ी बेटी 17 साल की है और पढ़ाई करती है. इसके अलावा छोटी बेटी 15 साल की है और बेटा 12 साल का है. दीक्षा कहती हैं कि, बच्चों के पालन-पोषण के लिए ही रिक्शा चलाना शुरू किया था.

रात में लगता है डर पर पुलिस कराती है सुरक्षा का अहसास
इंदौर वैसे तो साफ-सफाई में नंबर वन होने के साथ ही काफी सुरक्षित माना जाता है पर एक महिला ऑटो चालक दीक्षा के लिए फिर भी सुरक्षित माहौल मिलना मुश्किल ही रहता है. सुरक्षा को लेकर Local18 से बात करते हुए दीक्षा कहती हैं कि, वैसे तो कोई डर नही है पर हां रात के वक्त डर लगता है लेकिन इंदौर पुलिस काफी मदद करती है और पुलिसवालों को आस-पास देखकर डर नही लगता है.

Anuj Singh

Anuj Singh serves as a Content Writer for News18MPCG (Digiatal), bringing over Two Years of expertise in digital journalism. His writing focuses on hyperlocal issues, Political, crime, Astrology. He has worked …और पढ़ें

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