हर रोटी बनेगी आयुर्वेदिक टॉनिक! बस आटे में मिलाएं ये 6 चीज़ें, और देखिए कैसे सेहत के सारे रोग होंगे दूर

हर रोटी बनेगी आयुर्वेदिक टॉनिक! बस आटे में मिलाएं ये 6 चीज़ें, और देखिए कैसे सेहत के सारे रोग होंगे दूर


खंडवा. आज की व्यस्त ज़िंदगी में रोगों का नाश और सेहत का सुधार सिर्फ दवाओं से नहीं, बल्कि आपके किचन में छुपे प्राकृतिक टॉनिक से भी संभव है. अगर आप आटे में निम्न छह चीज़ें मिलाकर रोटियाँ बनाएं, तो न सिर्फ स्वाद में बढ़ोतरी होगी, बल्कि आपका शरीर बीमारियों से लड़ने की शक्ति भी पाएगा.

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1. मेथी दाना (Fenugreek seeds)

शुगर नियंत्रण: मेथी का प्रयोग इंसुलिन संवेदनशीलता बढ़ाता है, जिससे ब्लड शुगर नियंत्रित रहता है.
कैसे उपयोग करें: एक चम्मच मेथी को हल्के भूने, ठंडा करें और पीसकर आटे में मिलाएँ. अधिक मात्रा में कड़वाहट आ सकती है, तो संतुलित मात्रा पर्याप्त है.


2. अलसी के बीज (Flax seeds)

दिल और जोड़ों के लिए वरदान: यह ओमेगा-3 फैटी एसिड्स की अच्छी स्रोत है.
लाभ: ब्लड प्रेशर नियंत्रित होता है, नसों की सफाई होती है और सूजन में राहत मिलती है.
उपयोग: एक-से-दो चम्मच पूरक आटे में घोलें और रोटी बनाएँ.


3. अजवाइन (Carom seeds)

पाचन सुधारक: गैस, कब्ज, ऐसिडिटी जैसी समस्याएँ दूर होती हैं.
स्वाद और कार्य: आटे में पेस्ट कर मिला देने पर स्वाद बढ़ाने के साथ पाचन को मजबूत करता है.
कैसे लागू करें: आधा चम्मच अजवाइन का पाउडर आटे में डालें — रोटी स्वादिष्ट भी बनीगी.


4. तिल (Sesame seeds)

कैल्शियम का खजाना: हड्डियों के लिए आवश्यक पदार्थ, खासकर सर्दियों, युवाओं व बुजुर्गों के लिए ख़ास.
लाभ: मजबूत बोन डेन्सिटी, ऊर्जा और प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाए.
टिप: एक चम्मच तिल के पाउडर को आटे में मिला दें.


5. अमरंथ (Amaranth flour)

ग्लूटेन फ्री और पौष्टिक: प्रोटीन, फाइबर और फाइटोस्टेरोल्स से भरपूर.
स्वास्थ्य लाभ: कोलेस्ट्रॉल नियंत्रित होता है, ऊर्जा मिलती है और वजन संतुलित रहता है.
मात्रा: प्रति किलो आटे में एक कप अमरंथ आटा मिलाएँ.


6. सहजन (Moringa powder)

विटामिन लाईब्रेरी: विटामिन A, C, E, प्रोटीन व खनिजों का अद्भुत मिश्रण.
फ़ायदेमंद भूमिका: सूजन कम करना, उसरीम्यूनिटी बूस्ट करना और डिटॉक्स में सहायक होता है.
कैसे डालें: हल्का तीखा स्वाद होता है, इसलिए दो से तीन ग्राम पाउडर पर्याप्त होता है

किस तरह बनाएं सुपर-हेल्दी आटा
1. मेथी, अलसी, अजवाइन, तिल, मोरिंगा (सहजन) को भूना और पीस कर एक डिब्बे में डाल कर रखें.

2. अमरंथ अलग से मिला कर रखें.

3. रोटी बनाने के समय:

1-2 चम्मच मिश्रण
2 चम्मच अमरंथ आटा
मूल गेहूं का आटा, थोड़ा पानी गूँथकर नरम आटा तैयार करें.

4. आटा 15-20 मिनट रख दें ताकि मिलावट अच्छी तरह पनी हो जाए.

5. रोटी बेलें, तावा गरम करें, और धीमी-तीव्र आंच पर सेंक कर परोसें.

क्या-क्या फायदे मिलते हैं?
1. ब्लड शुगर नियंत्रण: मेथी और अलसी मिलकर डायबिटीज नियंत्रित करते हैं.

2. जोड़ों और सूजन में राहत: अलसी व सहजन दर्द व सूजन को कम करते हैं.

3. पाचन सुधार: अजवाइन ना केवल पाचन सजग रखता है, भूख भी नियंत्रित रखता है.

4. हड्डियाँ मजबूत: तिल व अमरंथ कैल्शियम व प्रोटीन स्रोत हैं, हड्डियों को मजबूती देते हैं.

5. ऊर्जा और मेटाबॉलिज्म: अमरंथ व तिल शरीर को ऊर्जा प्रदान करते हैं और मेटाबॉलिज्म को मजबूत बनाते हैं.

6. इम्यून सिस्टम का संबल: सहजन और अलसी मिलकर रोग-प्रतिकार क्षमता बढ़ाते हैं.

सिर्फ स्वाद ही नहीं, ये छह देसी सुपरफ़ूड्स आपकी रोटियों को एक होलिस्टिक, हेल्दी और प्राकृतिक दवाई में बदल सकते हैं. नियमित रूप से उपयोग करने से ब्लड शुगर, पाचन, जोड़ों की जकड़न, कमजोरी, इम्यूनिटी और हड्डियों जैसे महत्वपूर्ण स्वास्थ्य पहलुओं में लगातार सुधार आता है. अपने आटे में ये पौष्टिक सामग्री मिलाइए और हर दिन की रोटी को एक प्राकृतिक स्वास्थ्य निगाह बनाने की शुरुआत करें—स्वादिष्ट, स्वास्थ्यवर्धक और परंपरागत रूप से पोषक.



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