1. नमक का प्रयोग:
यह करेले की कड़वाहट कम करने का सबसे आम और प्रभावी तरीका है. करेले को छोटे-छोटे टुकड़ों में काट लें या छील लें. इन टुकड़ों पर अच्छी मात्रा में नमक छिड़कें और उन्हें 20-30 मिनट के लिए छोड़ दें. इस दौरान, नमक करेले से कड़वे रस को बाहर निकालने में मदद करेगा. आप देखेंगे कि करेले के टुकड़े पानी छोड़ना शुरू कर देंगे. इसके बाद, करेले को अपने हाथों से अच्छी तरह से मसलें या ठंडे पानी से कई बार धो लें. इससे अतिरिक्त नमक और कड़वा रस दोनों निकल जाएंगे. यह प्रक्रिया करेले की सतह से कड़वे यौगिकों को खींच लेती है, जिससे उसकी कड़वाहट काफी कम हो जाती है.
यह तरीका करेले की कड़वाहट को कम करने का एक और प्रभावी उपाय है. करेले को अपनी पसंद के अनुसार काट लें. फिर, इन टुकड़ों को 5-10 मिनट के लिए पानी में उबालें या भाप में पकाएं. उबालने से करेले में मौजूद कड़वे यौगिक घुल जाते हैं और पानी में निकल जाते हैं. उबालने के बाद पानी को फेंक दें और करेले के टुकड़ों को छान लें. भाप देने से भी यही प्रभाव प्राप्त होता है, लेकिन यह पोषक तत्वों को बेहतर ढंग से बनाए रखने में मदद कर सकता है. इस प्रक्रिया के बाद, आप करेले को अपनी पसंदीदा विधि से पका सकते हैं.
3. दही या छाछ में भिगोना:
यह तरीका न केवल कड़वाहट कम करता है बल्कि करेले के स्वाद में भी एक अनूठा मोड़ जोड़ता है. करेले को काटकर 30 मिनट के लिए दही या छाछ में भिगो दें. दही और छाछ में मौजूद लैक्टिक एसिड करेले की कड़वाहट को बेअसर करने में मदद करता है. इसके अलावा, यह करेले को थोड़ा नरम भी कर देता है, जिससे वह पकने के बाद अधिक स्वादिष्ट लगता है. 30 मिनट के बाद, करेले के टुकड़ों को दही या छाछ से निकाल कर छान लें और फिर उन्हें पकाएं. यह तरीका विशेष रूप से उन व्यंजनों के लिए अच्छा है जहाँ आप करेले के साथ एक हल्की खट्टी-मीठी फ्लेवर प्रोफ़ाइल चाहते हैं.
खट्टेपन का उपयोग कड़वाहट को संतुलित करने के लिए एक उत्कृष्ट तरीका है. करेले के टुकड़ों पर नींबू का रस या सिरका लगाएं और उन्हें 20-30 मिनट के लिए छोड़ दें. नींबू का रस और सिरका अम्लीय होते हैं, और ये अम्लीय गुण करेले की कड़वाहट को कम करने में मदद करते हैं. यह करेले के स्वाद को भी उज्ज्वल करता है और उसे एक ताज़ा स्वाद देता है. इसके बाद, करेले को धो लें और अपनी पसंद के अनुसार पकाएं. यह तरीका उन लोगों के लिए विशेष रूप से उपयोगी है जो करेले में हल्का खट्टापन पसंद करते हैं.
5. करेले की भीतरी सफेद परत और बीज निकालना:
करेले की कड़वाहट का अधिकांश हिस्सा उसकी भीतरी सफेद परत और बीजों में निहित होता है. खाना पकाने से पहले इन हिस्सों को हटाना कड़वाहट को काफी हद तक कम कर सकता है. करेले को आधा काटें और एक चम्मच का उपयोग करके भीतरी सफेद परत और सभी बीजों को खुरच कर निकाल दें. यह चरण सबसे महत्वपूर्ण में से एक है क्योंकि यह कड़वाहट के प्राथमिक स्रोतों को हटा देता है. इसके बाद, आप करेले को अपनी पसंद के अनुसार छोटे टुकड़ों में काट सकते हैं और ऊपर बताए गए किसी भी तरीके का उपयोग करके उसकी कड़वाहट को और कम कर सकते हैं.
निष्कर्ष:
करेला एक पौष्टिक और गुणकारी सब्जी है, और इसकी कड़वाहट को इन सरल तरीकों से आसानी से प्रबंधित किया जा सकता है. चाहे आप नमक का उपयोग करें, उबालें, दही में भिगोएँ, नींबू का रस लगाएँ, या भीतरी परत और बीज निकालें, इन युक्तियों से आप करेले को अपने भोजन का एक स्वादिष्ट और आनंददायक हिस्सा बना सकते हैं. इन तरीकों को आजमाएं और करेले के स्वास्थ्य लाभों का पूरा आनंद लें.