सतना में गुरु पूर्णिमा के अवसर पर गुरुवार को आर्यिका 105 श्री अकम्पमति माताजी का चातुर्मास के लिए भव्य स्वागत किया गया। दिगंबर जैन समाज द्वारा आयोजित शोभायात्रा सर्किट हाउस चौराहे से प्रारंभ होकर श्री नेमिनाथ दिगंबर जैन मंदिर तक निकाली गई।
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शोभायात्रा में ढोल-नगाड़ों की थाप पर जयकारे लगाते हुए बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए। नगर में माताजी के स्वागत के लिए 31 तोरणद्वार सजाए गए थे। श्रावकों ने अपने घरों के बाहर रंगोली बनाकर स्वागत किया।
ढोल-नगाड़ों के साथ आर्यिका 105 श्री अकम्पमति माताजी का स्वागत किया गया।
चातुर्मास का निवेदन स्वीकारा
मंदिर पहुंचने पर आर्यिका माता ने अतिशयकारी भगवान शांतिनाथ और मूलनायक श्री नेमिनाथ भगवान के दर्शन किए। दिगंबर जैन समाज ने श्रीफल अर्पित कर चातुर्मास का निवेदन किया, जिसे माताजी ने स्वीकार कर लिया।
बोलीं- नया इतिहास रचेगा चातुर्मास
धर्मसभा को संबोधित करते हुए आर्यिका माता ने कहा कि श्री नेमीश्वर ज्योतिर्मय विद्या तीर्थ पर होने वाला यह चातुर्मास धार्मिक क्षेत्र में नया इतिहास रचेगा।