21 महीने बाद भी नहीं बानी बिल्डिंग।
रतलाम रोड पर निर्माणाधीन नए कलेक्ट्रेट भवन का काम तय समय से पीछे चल रहा है। इस भवन को 24 महीने में पूरा किया जाना था। लेकिन 21 महीने बाद भी केवल 60% काम ही हो पाया है।
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भवन में अभी फिनिशिंग, लाइटिंग, फर्नीचर, खिड़की और गेट लगाने सहित कई जरुरी काम बाकी हैं। कलेक्टर ने समय सीमा में काम पूरा करने के निर्देश दिए थे। लेकिन इनका पालन नहीं हो पाया है।
इंदौर की तरह सभी विभागों को एक ही भवन में स्थानांतरित करने की योजना थी। लेकिन निर्माण की वर्तमान गति को देखते हुए ये 2025 तक भी पूरा होना मुश्किल लग रहा है। अगस्त में परियोजना की डेडलाइन खत्म हो रही है। एक महीने में बचे हुए 40% काम को पूरा कर पाना मुश्किल है।
पीआईयू को मिली है बिल्डिंग को बनाने की जिम्मेदारी दरअसल 25 अगस्त 2023 को नए कलेक्ट्रेट भवन के निर्माण की प्रशासनिक स्वीकृति जारी हुई थी। 31 करोड 79 लाख रूपए की लागत से इसका निर्माण शुरू हुआ। जिसे तैयार करने के लिए 24 महीने का समय दिया गया है। कलेक्ट्रेट भवन को बनाने की जिम्मेदारी पीआईयू को दी गई थी। इसमें गुजरात की कंपनी निर्माण कर रही है। वर्तमान में भवन का 60% काम पूरा हुआ है। इसमें रूम के अंदर फिनिशिंग, लाइटिंग, फर्नीचर, खिड़की व गेट लगाने सहित अन्य कई काम बाकी है।
फोरलेन से कलेक्ट्रेट भवन तक पहुंचने के लिए पत्थर और मुरम डालकर कच्चा रास्ता बनाया गया है।
एक ही छत के नीचे बैठेंगे सभी अधिकारी रतलाम रोड स्थित कृषि विभाग की चार हेक्टेयर भूमि पर भवन निर्माण काम किया जा रहा है। नए बिल्डिंग की विशेषता ये रहेगी की सभी अधिकारी एक ही छत के नीचे बैठेंगे। अधिकारियों के लिए विशेष कमरे बनाए जा रहे है। साथ ही लोगों की सुविधाओं को देखते कलेक्ट्रेट कार्यालय के हर पहलू पर काम किया जाए रहा है।
मजदूरों को आने-जाने में हो रही परेशानी रतलाम फोरलेन से कलेक्ट्रेट भवन तक पहुंचने के लिए पीआईयू ने रोड भी नहीं बनाया है। यहां पत्थर और मुरम डालकर कच्चा रास्ता बनाया गया है। इससे पूरे मार्ग पर कीचड़ फेल गया है। जिसके कारण काम कर रहे मजदूरों को भी आने जाने में परेशानी का सामना करना पड रहा हैं।
‘समय पर काम पूरा करने की कोशिश जारी’ संभागीय यंत्री पीआईयू सतीश शर्मा का कहना है कि निर्माण को लेकर लगातार निरीक्षण किया जा रहा हैं, काम समय पर पूरा हो, इसकी कोशिश की जा रही है।