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Katni News: हादसे वाली जगह पर नाश्ते की दुकानें और रेस्टोरेंट हैं, जहां दिनभर भीड़ रहती है. गनीमत रही कि घटना तड़के हुई, नहीं तो जानमाल का नुकसान हो सकता था. स्थानीय लोगों ने बारजा गिरने की सूचना पुलिस और नगर न…और पढ़ें
कटनी नगर निगम ने 64 जर्जर भवनों को चिह्नित किया है.
दरअसल कटनी जिले में लगातार हो रही तेज बारिश ने इन जर्जर भवनों के गिरने के खतरे को और भी बढ़ा दिया है. जानकारी के मुताबिक, कटनी नगर निगम ने शहर के 45 वार्डों में ऐसे 64 जर्जर भवनों को चिह्नित किया है, जिनकी क्षमता पूरी तरह खत्म हो चुकी है. इन्हें ध्वस्त करने के लिए नगर निगम द्वारा भवन मालिकों को नोटिस भी भेजे जा चुके हैं लेकिन डिसमेंटल की कार्यवाही में देरी हादसों को न्योता दे रही है. ये जर्जर भवन कभी भी गिर सकते हैं. उन्हीं में से एक विश्वकर्मा पार्क के पास स्थित जर्जर भवन, जिसका 6 फीट चौड़ा और तीन फीट लंबा बारजा बुधवार सुबह अचानक भर-भराकर नीचे गिर पड़ा.
हादसे वाली जगह कई रेस्टोरेंट
हादसे वाली जगह पर करीब चार बड़ी नाश्ते की दुकान और रेस्टोरेंट हैं, जहां दिनभर भीड़ रहती है. गनीमत यह रही कि घटना तड़के हुई, नहीं तो बड़ा हादसा हो सकता था. घटना की जानकारी स्थानीय लोगों ने पुलिस और नगर निगम को दी. नगर निगम आयुक्त नीलेश दुबे ने इस बारे में कहा कि जर्जर भवनों को चिह्नित कर लिया गया है. उनके मालिकों को नोटिस दिया गया है. पूर्व में भी जो मकान चिह्नित थे, उनको भी नोटिस दिया गया है. नगर निगम के नियमों के अनुसार, जो लोग उन भवनों में रह रहे हैं, उन्हें सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए कहा जा रहा है और जो भवन बिल्कुल ही जीर्ण-शीर्ण हालत में हैं, जल्द उन्हें ध्वस्त करने की कार्यवाही की जाएगी. कुछ मामले न्यायालय में लंबित हैं. निगम की ओर से जवाब दाखिल किया जा रहा है. 15 दिनों में हम जर्जर भवनों पर कार्यवाही को पूरा कर लेंगे.