बैतूल-भोपाल हाईवे स्थित कुंडी टोल प्लाजा पर गुरुवार को स्थानीय ग्रामीणों ने धरना प्रदर्शन किया। दो दर्जन से अधिक गांवों के लोगों ने टोल को अवैध बताते हुए बंद करने की मांग की।
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ग्रामीणों ने टोल पर खड़ी व्यवस्थाओं को लेकर नाराजगी जताते हुए कहा कि बरेठा घाट पर जगह-जगह गड्ढे हैं, हाईवे पर सर्विस रोड नहीं बनी, न पेड़-पौधे लगाए गए हैं और न ही जरूरी सांकेतिक बोर्ड। इटारसी से बैतूल तक कई पुल और पुलियाएं भी अधूरी हैं। जब तक हाईवे का काम पूरा नहीं होता, तब तक टोल टैक्स वसूली नहीं की जाए।
एक दिव्यांग ऑटो चालक ने धरना स्थल पर पहुंचकर बताया कि टोल कर्मी उनसे भी टैक्स ले रहे हैं, जबकि नियमों के अनुसार ऑटो को छूट मिलनी चाहिए।
ग्रामीणों ने टोल को अवैध बताया।
प्रशासन और पुलिस बल मौके पर मौजूद प्रदर्शन की सूचना मिलते ही एसडीएम डॉ. अभिजीत सिंह, तहसीलदार टी. विश्के, एसडीओपी मयंक तिवारी, एनएचएआई के अधिकारी और पुलिस बल मौके पर पहुंचा। अधिकारियों ने ग्रामीणों से बात की और उनकी मांगें उच्च अधिकारियों तक पहुंचाने का आश्वासन दिया, लेकिन ग्रामीण टोल बंद करने की मांग पर अड़े रहे।
ग्राम पंचायत से नहीं ली गई मंजूरी ग्राम पंचायत कुंडी के सरपंच वीरेंद्र ऊईके ने कहा कि टोल प्लाजा गांव की पंचायत सीमा में आता है और यहां पेसा एक्ट लागू है। इसके बावजूद ग्रामसभा से अनुमति लिए बिना टोल लगाया गया, जो अवैध है।
ग्रामीणों ने बताया कि टोल कर्मी मासिक पास गलत तरीके से जारी कर रहे हैं। पास की अवधि एक माह की होनी चाहिए, लेकिन उन्हें हर महीने की 30 तारीख तक ही मान्य बताया जा रहा है।

टोल बनाने के लिए ग्राम पंचायत से मंजूरी नहीं ली गई थी।