भोपाल स्टेशन पर मिलीं 3 भागी लड़कियां, RPF ने पूछा और मच गया घर में कोहराम!

भोपाल स्टेशन पर मिलीं 3 भागी लड़कियां, RPF ने पूछा और मच गया घर में कोहराम!


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Bhopal News: दिल्ली से भागकर भोपाल पहुंची तीन नाबालिग लड़कियां. प्लेटफॉर्म पर सहमी बैठी थीं. RPF की सतर्कता से हुई पहचान, घरवालों को फोन किया गया और बच्चियों को सुरक्षित सखी सेंटर भेजा गया.

दिल्ली से 3 लड़कियां भाग गईं, भोपाल में मिलीं. (फोटो AI)

हाइलाइट्स

  • दिल्ली से भागीं तीन लड़कियां भोपाल स्टेशन पर मिलीं.
  • RPF ने ऑपरेशन नन्हें फरिश्ते के तहत की पहचान
  • बच्चियों को मेडिकल जांच के बाद सखी सेंटर भेजा गया
भोपाल: देश की राजधानी दिल्ली से तीन नाबालिग लड़कियां माता-पिता की डांट से नाराज होकर बिना किसी को बताए घर से निकल पड़ीं. किसी ट्रेन में चढ़ीं और करीब 700 किलोमीटर का सफर तय कर मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल आ पहुंचीं. भोपाल रेलवे स्टेशन पर जब ये तीनों लड़कियां डरी-सहमी हालत में अकेली बैठी मिलीं, तो आरपीएफ की सतर्कता और इंसानियत ने उन्हें सही सलामत वापस घर पहुंचाने की कहानी लिख दी.

यह पूरा मामला भोपाल रेलवे स्टेशन का है, जहां ऑपरेशन ‘नन्हें फरिश्ते’ के तहत तैनात सहायक उप निरीक्षक राघवेंद्र सिंह अपनी ड्यूटी कर रहे थे. उनकी नजर प्लेटफॉर्म पर तीन लड़कियों पर पड़ी, जो एक कोने में सहमी-सहमी बैठी थीं. राघवेंद्र ने तुरंत महिला आरक्षक उमा पटेल को बुलाया और इन लड़कियों से बातचीत शुरू की गई. शुरुआत में लड़कियां घबराई हुई थीं और कुछ नहीं बोल रही थीं.
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‘दिल्ली से भाग आ हैं हम…’
थोड़ी देर की बातचीत और भरोसे के बाद लड़कियों ने बताया कि वे दिल्ली से हैं और अपने माता-पिता से नाराज होकर घर से भाग आई हैं. वे बिना टिकट और बिना किसी गंतव्य के किसी भी ट्रेन में बैठ गईं और भोपाल पहुंच गईं. जैसे ही यह बात RPF को समझ में आई, उन्होंने लड़कियों से उनके माता-पिता के मोबाइल नंबर पूछे और तुरंत संपर्क किया.

जैसे ही घरवालों को पता चला कि उनकी बच्चियां भोपाल स्टेशन पर मिली हैं, उनके होश उड़ गए. दिल्ली के घर में एक तरह का तूफान मच गया. परिवार वाले रोते हुए फोन पर RPF का धन्यवाद करने लगे.

गौरवी सखी सेंटर में सुरक्षित ठिकाना
तीनों बच्चियों को तुरंत मेडिकल जांच के बाद भोपाल के गौरवी सखी सेंटर में अस्थायी रूप से सुरक्षित रखा गया. उनके माता-पिता को इसकी सूचना दे दी गई है और आवश्यक दस्तावेजी प्रक्रिया पूरी होते ही उन्हें सौंप दिया जाएगा.

‘ऑपरेशन नन्हें फरिश्ते’ बना मसीहा
रेलवे की तरफ से चलाया जा रहा ‘ऑपरेशन नन्हें फरिश्ते’ अब तक सैकड़ों बच्चों को सुरक्षित उनके घर पहुंचा चुका है. वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक सौरभ कटारिया ने कहा, “हम यात्रियों से अपील करते हैं कि रेलवे परिसर में अगर कोई बच्चा अकेला, डरा या असहाय दिखे, तो तुरंत RPF को सूचित करें.”

भोपाल स्टेशन पर हुई इस कार्रवाई ने साबित कर दिया कि थोड़ी सी सतर्कता और संवेदनशीलता किसी की ज़िंदगी बदल सकती है. तीन बेटियां जो शायद किसी और दिशा में भटक सकती थीं, अब सही सलामत अपने घर लौट रही हैं. यह सिर्फ एक रेस्क्यू नहीं, बल्कि भरोसे की जीत है.

Sumit Kumar

Sumit Kumar is working as Senior Sub Editor in News18 Hindi. He has been associated with the Central Desk team here for the last 3 years. He has a Master’s degree in Journalism. Before working in News18 Hindi, …और पढ़ें

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