विदिशा की लुहांगी पहाड़ी पर 125 साल पुरानी परंपरा: गुरु पूर्णिमा पर वायु परीक्षण से अच्छी बारिश का अनुमान, किसानों को राहत – Vidisha News

विदिशा की लुहांगी पहाड़ी पर 125 साल पुरानी परंपरा:  गुरु पूर्णिमा पर वायु परीक्षण से अच्छी बारिश का अनुमान, किसानों को राहत – Vidisha News



विदिशा की ऐतिहासिक लुहांगी पहाड़ी पर गुरु पूर्णिमा के अवसर पर वायु परीक्षण की 125 वर्ष पुरानी परंपरा पूरी की गई। धर्माधिकारी गिरधर गोविन्द प्रसाद शास्त्री ने यह परीक्षण किया। इस परंपरा की शुरुआत पं. उमाशंकर शास्त्री ने की थी।

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परीक्षण में पूर्व और ईशान दिशा की ओर वायु प्रवाह देखा गया। आचार्य वराह मिहिर की वाराही संहिता के अनुसार, यह संकेत अच्छी वर्षा का है। इससे कृषि उत्पादन बेहतर होने की संभावना है। देश में सुख-शांति और समृद्धि का माहौल रहेगा।

परीक्षण की विधि सरल है। एक लंबी लकड़ी की छड़ी के ऊपरी सिरे पर रुई का फाहा बांधा जाता है। इसे हवा में लहराकर वायु की दिशा और गति का अध्ययन किया जाता है।

विदिशा शहर के मध्य स्थित यह पहाड़ी करीब 200 फीट ऊंची है। स्थानीय लोग इसे राजेन्द्र गिरी पहाड़ी भी कहते हैं। यह स्थान मौसम के पूर्वानुमान के लिए जाना जाता है। विदिशा और आसपास के क्षेत्रों के किसानों के लिए यह मार्गदर्शक केंद्र बन गया है।

यह परंपरा धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व के साथ कृषि क्षेत्र के लिए भी उपयोगी है। वर्षा के पूर्वानुमान से किसान फसलों की बुवाई, अनाज भंडारण और अन्य कृषि गतिविधियों की योजना बना सकते हैं।



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