जनजातीय कार्य मंत्रालय के हालिया मूल्यांकन से पता चला है कि देशभर के 12 राज्यों के लगभग 600 एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालय (EMRS) के छात्रों ने इस वर्ष आईआईटी-जेईई मेंस, एडवांस्ड और नीट जैसी टॉप एंट्रेंस एग्जाम में सफलता पाई है. इन होनहार छात्रों को उच्च शिक्षा में आत्मविश्वास देने के उद्देश्य से मंत्रालय अब विभिन्न सरकारी छात्रवृत्तियों की प्रक्रिया को आसान बना रहा है. आमतौर पर छात्रों को स्वयं आवेदन करना होता है, लेकिन इस बार मंत्रालय प्रत्यक्ष रूप से सहायता प्रदान करेगा.
12 राज्यों के छात्र, राष्ट्रीय स्तर पर सफलता
एनईएसटीएस और कोचिंग संस्थानों की साझेदारी का असर
इन छात्रों को तैयार करने में उन कोचिंग संस्थानों की बड़ी भूमिका रही है, जिन्होंने पिछले कुछ वर्षों में एनईएसटीएस (राष्ट्रीय जनजातीय छात्र शिक्षा सोसाइटी) के साथ मिलकर विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाए. सफल छात्रों में से 85% से अधिक कमज़ोर जनजातीय समूहों से हैं.
IIT, NIT, AIIMS में प्रवेश की संभावना
देशभर में 400+ EMRS, 1.38 लाख छात्र नामांकित
वर्तमान में मंत्रालय 400 से अधिक EMRS स्कूलों का संचालन कर रहा है, जिनमें लगभग 1.38 लाख छात्र पढ़ रहे हैं. इन स्कूलों का उद्देश्य दूरदराज़ और वंचित जनजातीय समुदायों के बच्चों को गुणवत्तापूर्ण आवासीय शिक्षा प्रदान करना है.