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Agri Tips: रासायनिक कीटनाशक से मुक्ति पाने और खेतों से खरपतवार निकालने के लिए बुंदेलखंड के किसानों ने गजब जुगाड़ बनाया है. इसकी लागत भी कम है और काम जोरदार…
हाइलाइट्स
- बुंदेलखंड के किसानों ने खरपतवार हटाने का यंत्र बनाया
- यह यंत्र एक एकड़ खेत से खरपतवार निकाल सकता है
- खरपतवार सूखकर खाद बन जाती है, मिट्टी की उर्वरा शक्ति बढ़ती है
ऐसे में रासायनिक दवा से मुक्ति पाने और खेतों से खरपतवार निकालने के लिए बुंदेलखंड के किसानों द्वारा एक जुगाड़ का यंत्र बनवाया गया है. इससे एक इंसान दिन भर में एक एकड़ खेत से खरपतवार की निंदाई कर सकता है. इसमें एक तो मिट्टी की पलटी हो जाती है, दूसरा जो खरपतवार रहते हैं, उसके पेड़ टूटने के बाद खेत में ही रह जाते हैं और सूखने पर खाद का काम करते हैं. इससे मिट्टी के लिए फायदा होता है. ऐसा करने से किसान के पैसे भी बच जाते हैं. इस प्रक्रिया से खेत में कीटनाशक का छिड़काव करने की जरूरत नहीं होती. खेत भी सालों-साल सुरक्षित बना रहेगा.
सोयाबीन की खेती करने वाले किसान प्रदीप पटेल बताते हैं कि इस यंत्र को खुल्पा कहते हैं. इसमें एक साइकिल का पहिया होता है. इसे चलाने के लिए साइकिल का हैंडल भी उपयोग कर सकते हैं. मजबूती देने के लिए लोहे की रॉड वेल्डिंग की दुकान से जुड़ा लेते हैं. इसी में पहिया से करीब 10 इंच दूरी पर पीछे नीचे की तरफ खुरपी भी जुड़ी होती है. जब पहिया आगे घूमता है तो पीछे से यह खुरपी खरपतवार को उखड़ती हुई बाजू में करती जाती है.
पेड़ हटा दो या…
जड़ निकालने की वजह से खरपतवार के पड़े वहीं पर सूख जाते हैं. किसान चाहें तो इसे खेत में छोड़ सकता है या फिर खेत से निकाल कर अलग भी कर सकता है. इस यंत्र की मदद से सोयाबीन, मक्का, अरहर, मूंग, उड़द या अन्य किसी भी फसल वाले खेत से खरपतवार की नींदाई की जा सकती है.