प्राचार्य और स्टूडेंट्स के बीच बहस।
नर्मदापुरम पीएम श्री कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस नर्मदा कॉलेज में प्राचार्य के फोटो पर ABVP का गमछा पहनाया गया। एनएसयूआई कार्यकर्ता और प्राचार्य की बहस भी हुई। ABVP के कार्यक्रम में शामिल होने पर एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने नाराजगी जताई।
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उन्होंने कहा प्राचार्य को परिषद की सदस्यता ले लेना चाहिए और पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।
इधर इस पूरे मामले में प्राचार्य ने भावनाओं में बहकर कार्यक्रम में जाने की बात कही। साथ ही कहा कि वह ABVP के लिए नहीं नर्मदापुरम के लोगों के लिए काम करते हैं। मामला शुक्रवार का है।
प्रदर्शन और नारेबाजी के बीच प्राचार्य डॉ. आरके चौकसे और एनएसयूआई कार्यकर्ताओं की जमकर बहस भी हुई। छात्र कार्यकर्ताओं प्राचार्य से अभद्रता भी करते दिखे। छात्र नेता काफी आक्रोशित दिखे। जिसके वीडियो भी सामने आएं।
प्राचार्य और एनएसयूआई कार्यकर्ताओं में बहस।
ABVP के कार्यक्रम में पहुंचने पर नाराज एनएसयूआई प्रदेश सचिव आफरीद खान, कॉलेज अध्यक्ष अभय सैनी ने आरोप लगाएं कि अखिल भारतीय परिषद के कार्यक्रम कॉलेज परिसर में होते हैं, जिसके लिए न तो जन भागीदारी शुल्क लिया जाता है, और न ही किसी प्रकार से शासकीय संपत्ति पर झंडे लगाने से परिषद को रोका जाता। प्राचार्य खुद पद का प्रोटोकॉल भूलकर अभाविप के कार्यक्रमों में शिरकत करते हैं।
9 जुलाई को भी प्राचार्य चौकसे अभाविप के स्थापना दिवस कार्यक्रम में पहुंचे और ग्रुप फोटो में शामिल भी हुए। यह सारे घटनाक्रम को सत्ता के दबाव में शासकीय संपत्ति का दुरुपयोग बताते हुए प्रदर्शन किया गया।

अभाविप स्थापना दिवस कार्यक्रम में ग्रुप फोटो में मौजूद प्राचार्य।
उच्च शिक्षा विभाग से शिकायत का बोले स्टूडेंट्स एनएसयूआई का यह भी आरोप है कि एक जिम्मेदार पद पर बैठकर इस तरह से संभाग के सबसे बड़े कॉलेज का संचालन करने वाले प्राचार्य की भूमिका बेहद निंदनीय है। अगर के दिन कॉलेज में छात्र संघ चुनाव होते हैं तो ऐसे में प्राचार्य की निष्पक्षता किस ओर रहेगी यह तय नहीं किया जा सकता।
एनएसयूआई ऐसी चीजों का हमेशा विरोध करते आई है और आगे भी करेगी। मामले में एनएसयूआई उच्च शिक्षा विभाग को पत्र लिखकर प्राचार्य की शिकायत करेगी।

प्राचार्य और एनएसयूआई कार्यकर्ताओं के बीच तीखी बहस।

प्राचार्य कक्ष के बाहर प्रदर्शन किया गया।
प्राचार्य की सफाई; मैं भावनाओं में बहकर कार्यक्रम में चला गया मामले में नर्मदा कॉलेज के प्राचार्य डॉ. रामकुमार चौकसे का कहना है कि अभाविप के स्थापना दिवस कार्यक्रम में गणमान्य नागरिक, आचार्य गुरु सोमेश परसाई भी आएं थे। कार्यक्रम को शुरू होने से कुछ देर का समय नहीं होने से सभी मेरे चैंबर में बैठे थे।
गुरुजी परसाई के प्रति मेरी काफी आस्था, प्रेम है। बस उसी भावनाओं में बहकर मैं उन्हें छोड़ने के लिए कार्यक्रम स्थल तक चला गया।
ग्रुप फोटो को लेकर सफाई दी कि कार्यक्रम में मौजूद होने से अतिथि, गणमान्य नागरिकों ने कॉलेज प्राचार्य के नाते मुझे खड़े करवा लिया था। मैं इस बात का खंडन करता हूं कि अभाविप या उनकी नीति-रीति के अनुसार काम करता। मैं केवल नर्मदापुरम शहर के विद्यार्थियों के लिए काम करता हूं।