बारिश आते ही घर में घुसते हैं ये रेंगते मेहमान! ये उपाय देंगे ऐसा झटका कि भूल जाएंगे रास्ता

बारिश आते ही घर में घुसते हैं ये रेंगते मेहमान! ये उपाय देंगे ऐसा झटका कि भूल जाएंगे रास्ता


मानसून की पहली बारिश के साथ ही कई घरों में एक सामान्य मगर परेशान करने वाली दिक्कत शुरू हो जाती है, बाथरूम और बालकनी में केंचुओं का दिखना. ये ज़मीन के लिए भले ही बेहद उपयोगी जीव हों जो मिट्टी को उपजाऊ बनाने में मदद करते हैं, लेकिन घर के अंदर इनकी मौजूदगी असहज होती है. ये आमतौर पर नमी और नम वातावरण की तलाश में घर के अंदर घुस आते हैं. अगर आप भी इस समस्या से जूझ रहे हैं, तो इन प्रभावी उपायों को अपनाकर इनसे छुटकारा पा सकते हैं.

आखिर क्यों घर में आते हैं केंचुए?

केंचुए अक्सर घर में कुछ ख़ास वजहों से आते हैं, जिनमें नमी और मिट्टी मुख्य भूमिका निभाते हैं.
अधिक नमी: केंचुए नमी वाली जगहों को पसंद करते हैं. बारिश के दौरान, जब मिट्टी पानी से लबालब हो जाती है, तो उन्हें सांस लेने में मुश्किल होती है और वे ज़मीन की सतह पर आ जाते हैं. यहीं से वे घर के अंदर, खासकर बाथरूम या बालकनी जैसे नम हिस्सों में प्रवेश कर जाते हैं.
प्रवेश के रास्ते: घर की दीवारों, फ़र्श या दरवाज़ों के नीचे की छोटी दरारें और छेद इन जीवों के लिए घर में घुसने का आसान रास्ता बन जाते हैं.
बगीचे या गमलों से सीधा संबंध: अगर आपके घर के पास बगीचा है या बालकनी में गमले रखे हैं, तो केंचुए वहाँ से आसानी से आपके रहने वाले क्षेत्र में पहुँच सकते हैं.
पानी का रिसाव: कई बार घर की पाइपलाइन या ड्रेनेज सिस्टम में रिसाव होने से भी नमी बढ़ जाती है, जो केंचुओं को आकर्षित करती है.

केंचुओं से निजात पाने के कारगर उपाय

केंचुओं को पूरी तरह से रोकना मुश्किल हो सकता है, लेकिन कुछ आसान तरीक़ों से आप इनकी संख्या को नियंत्रित कर सकते हैं और इन्हें घर से दूर रख सकते हैं.
नमी को नियंत्रित करें:
हवा का संचार: बाथरूम और बालकनी में हवा के आवागमन का पूरा ध्यान रखें. एग्ज़ॉस्ट फ़ैन का इस्तेमाल करें और खिड़कियाँ खुली रखें ताकि नमी बाहर निकल सके.
पानी जमने से रोकें: सुनिश्चित करें कि कहीं भी पानी इकट्ठा न हो. बालकनी में गमलों के नीचे जल निकासी की उचित व्यवस्था हो और बाथरूम में नहाने के बाद फ़र्श को सूखा रखें.
टपकते नलों की मरम्मत: यदि कोई नल टपक रहा है या पाइप से पानी का रिसाव हो रहा है, तो उसे तुरंत ठीक करवाएं, क्योंकि यह अनावश्यक नमी बढ़ाता है.
घर में मौजूद किसी भी दरार को भरें:
दरारें भरें: दीवारों, खिड़कियों और दरवाज़ों के आस-पास की सभी छोटी दरारों और छेदों को अच्छी तरह से भर दें.
जाली का इस्तेमाल: बालकनी के दरवाज़ों या नालियों पर बारीक जाली लगा सकते हैं, ताकि केंचुए अंदर न आ सकें.
दरवाज़ों के नीचे बैरियर: दरवाज़ों के नीचे डोर स्वीप (एक तरह की पट्टी) लगाएं, ताकि नीचे से कोई भी जीव अंदर न घुस सके.
केंचुए से छुटकारा पाने के नेचुरल उपाय:
नमक का घोल: नमक केंचुओं के लिए हानिकारक होता है. जहाँ केंचुए दिखें, वहाँ नमक का गाढ़ा घोल डालें. यह उन्हें सुखा देता है. हालांकि, पौधों के पास इसका इस्तेमाल सावधानी से करें.
नीम का तेल: पानी में नीम का तेल मिलाकर उन जगहों पर स्प्रे करें जहाँ केंचुए आते हैं. इसकी गंध उन्हें दूर रखती है.
सिरका: सिरके और पानी के बराबर मिश्रण का छिड़काव भी केंचुओं को भगाने में मदद कर सकता है.
कॉफ़ी का बचा हुआ हिस्सा: कॉफ़ी बनाने के बाद बचा हुआ पाउडर (कॉफ़ी ग्राउट्स) बालकनी या घर के प्रवेश द्वारों पर डालने से भी केंचुए दूर रहते हैं, क्योंकि उन्हें इसकी गंध नापसंद होती है.
स्वच्छता और नियमित रखरखाव:
नियमित सफ़ाई: बाथरूम और बालकनी की नियमित रूप से सफ़ाई करें, ताकि किसी भी तरह की गंदगी जमा न हो.
गीले कचरे का निपटान: गीला कचरा या पौधों के सूखे पत्तों को घर के अंदर लंबे समय तक न रखें, क्योंकि ये केंचुओं को आकर्षित कर सकते हैं.
नालियों की सफ़ाई: नालियों को समय-समय पर साफ़ करते रहें, ताकि वे जाम न हों और पानी का बहाव सही बना रहे.
इन उपायों को अपनाकर आप अपने घर में केंचुओं की समस्या से काफ़ी हद तक छुटकारा पा सकते हैं और बारिश के मौसम का पूरा आनंद बिना किसी झंझट के ले सकते हैं. याद रखें, साफ़-सफ़ाई और नमी को नियंत्रित करना ही इस समस्या को सुलझाने की कुंजी है.



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