धार नगर पालिका मानसून से पहले नालों की सफाई का दावा कर रही है, लेकिन शहर के प्रमुख नालों की सफाई अभी भी अधूरी है। पिछले पांच वर्षों में नपा ने 3 करोड़ 43 लाख रुपए खर्च कर नालों का निर्माण कराया, फिर भी जलजमाव की समस्या बनी हुई है।
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मायापुरी कॉलोनी में 30 वर्षों से यह समस्या है। स्थानीय लोगों ने बताया कि तेज बारिश में यहां घरों के ओटलों तक पानी पहुंच जाता है। वार्ड पार्षद ईश्वर सिंह ठाकुर के अनुसार, स्थायी समाधान के लिए कई बार नपा में आवेदन दिया गया, लेकिन कोई समाधान नहीं निकला।
जानकारी के अनुसार, 2019 में छतरी से देवी जी रोड तक 22 लाख रुपए का नाला बनाया गया, लेकिन समय पर सफाई न होने से छत्री तालाब में तब्दील हो जाती है। 2021-22 में 50 लाख रुपए की लागत से बना एसपीडीए नाला मोड़ की तकनीकी समस्या के कारण जलजमाव रोक नहीं पा रहा है।
श्री कृष्ण नगर में 54 लाख रुपए खर्च कर बनाए गए नाले की चौड़ाई कम होने से 2024 में घरों में पानी घुस गया। घोड़ा चौपाटी स्थित लालबाग से लेंडिया तालाब तक 95 लाख रुपए की लागत का नाला निर्माण 2021 में शुरू हुआ था। 2023 तक 50 प्रतिशत काम भी पूरा नहीं हुआ और 2024 में ठेकेदार ने काम छोड़ दिया। इससे कुम्हार गड्ढा, राम नगर और जानकी नगर में बारिश के दिनों में जलजमाव होता है।
नपा सीएमओ विश्वनाथ सिंह ने बताया-
नालों की सफाई जारी है और मॉनिटरिंग की जा रही है। मायापुरी कॉलोनी में पाइप लाइन डालकर स्थायी समाधान किया जाएगा।