कोर्ट ने याचिकाकर्ता को 10 दिन का समय दिया है
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हाई कोर्ट की डिविजन बेंच ने शहर की बदहाल सड़कों को लेकर दायर जनहित याचिका पर सुनवाई की। पूर्व में हाई कोर्ट ने निर्देश दिए थे कि याचिकाकर्ता नगर निगम के समक्ष बात रखे। याचिकाकर्ता ने फोटोग्राफ के साथ प्रतिवेदन दिया, लेकिन नगर निगम ने कुछ नहीं किया।
तब नए सिरे से अर्जी लगाई। शुक्रवार को कोर्ट ने याचिकाकर्ता को 10 दिन का समय देते हुए कहा कि बताएं शहर में और कितनी सड़कें हैं, जो खराब स्थिति में हैं। याचिकाकर्ता की ओर से अधिवक्ता अंशुमान श्रीवास्तव ने पैरवी की। याचिका में बताया गया है कि राजेंद्र नगर से महूनाका, सुखलिया से विजय नगर, सुभाष मार्ग, जवाहर मार्ग, रिंग रोड, बड़ा गणपति से मल्हारगंज, एबी रोड, मरीमाता से वीआईपी रूट, विजय नगर से लसूड़िया, एमआर-11, चंदन नगर से राजमोहल्ला चौराहा, नंदलालपुरा चौराहा सहित 20 से अधिक सड़कों पर खुदाई कर छोड़ दिया गया है। कई चौराहे छह-छह महीने से खुदे हुए हैं। लोग परेशान हो रहे हैं।
स्मार्ट सिटी की रोड भी बेहद खराब स्थिति में याचिका में कहा गया कि महूनाका से जवाहर मार्ग को जोड़ने वाली स्मार्ट सिटी की पहली सड़क भी 2 साल में बर्बाद हो गई। ड्रेनेज, पानी के लिए खुदाई की गई, लेकिन मरम्मत दोयम दर्जे की गई। बड़ा गणपति से मल्हारगंज तक की रोड से भी सीमेंट निकल गई है और गिट्टी नजर आने लगी है। कोर्ट 10 दिन बाद सुनवाई करेगी।