परिजन ने 1 साल समझाया, नहीं माना: अब सोने-चांदी के गहने लौटाएगा, 3 लाख रुपए देगा – Gwalior News

परिजन ने 1 साल समझाया, नहीं माना:  अब सोने-चांदी के गहने लौटाएगा, 3 लाख रुपए देगा – Gwalior News


29 साल का रवि (परिवर्तित नाम) छह साल पुरानी शादी को खत्म करने जा रहा है। उसका एक साढ़े तीन साल का बेटा भी है। उससे भी वह किसी प्रकार का रिश्ता नहीं रखना चाहता। कारण- क्योंकि वह समलैंगिक है और जल्द से जल्द उसे चिकित्सकीय पद्धति से ट्रांसजेंडर बनना है।

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अब रवि और उसकी पत्नी आपसी सहमति से तलाक लेने जा रहे हैं। दोनों ने एक सहमति पत्र रजिस्टर्ड कराया है। जिसमें रवि अपनी पत्नी और बच्चे को तीन लाख रुपए देगा। इसके अलावा शादी के समय दिया गया सामान, जेवरात और अन्य सामान भी लौटाएगा। इसके बाद ही कुटुंब न्यायालय में आपसी सहमति से तलाक के लिए केस फाइल किया जाएगा।

2019 में शादी, 2023 से अलग रवि मूल रूप से राजस्थान के टोंक जिले का रहवासी है। 21 नवंबर 2019 को उसका विवाह ग्वालियर निवासी रजनी (परिवर्तित नाम) से हुआ था। दोनों का विवाह ग्वालियर में संपन्न हुआ था। विवाह के बाद पति-पत्नी में विवाद होने लगा था। 2 नवंबर 2021 को रजनी ने बेटे को जन्म दिया। बाद में मामला इतनी बिगड़ गया कि रजनी को ससुराल छोड़कर मायके ग्वालियर आना पड़ा। 31 दिसंबर 2023 से बेटे सहित रजनी पति रवि से अलग रह रही है।

भास्कर एक्सपर्ट – डॉ. संजय लहारिया, डायरेक्टर, मानसिक आरोग्यशाला

ये जेंडर आईडेंटिटी डिसऑर्डर का मामला हो सकता है! ये केस जेंडर आईडेंटिटी डिसऑर्डर (मानसिक बीमारी) का हो सकता है। इसमें शरीर तो आदमी का होता है, लेकिन मन महिलाओं जैसा होता है। बदनामी के डर से ऐसे लोग खुलकर बोल नहीं पाते और परिवार के दबाव में आकर शादी भी कर लेते हैं। चूंकि पति का मन महिला जैसा है, इसलिए वह अपने शरीर को भी आपॅरेशन के माध्यम से महिला जैसा बनाना चाहता है। पति-पत्नी को शायद ये समझ में आ गया है कि आगामी जीवन साथ-साथ नहीं कट सकता। इसीलिए दोनों ने रास्ते अलग करने का निर्णय लिया है।



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