थोक और खुदरा बाजार में सब्जियों के भाव दोगुने तक हो गए हैं।
हरदा में लगातार बारिश के चलते खेतों में पानी भर गया है, जिससे सब्जियों की आवक पर असर पड़ा है। इसका असर मंडियों में साफ नजर आ रहा है। थोक और खुदरा बाजार में सब्जियों के भाव दोगुने तक हो गए हैं। टमाटर, लौकी, गिलकी, करेला, मिर्च, फूलगोभी जैसी सब्जियों क
.
फिलहाल मंडी में ये हैं रेट:
हरी मिर्च- ₹120/किलो
गिलकी- ₹90/किलो
करेला- ₹80/किलो
टमाटर- ₹80/किलो
लौकी- ₹80/किलो
फूलगोभी- ₹100/किलो
मेथी- ₹100/किलो
कुछ दिन पहले तक इन सब्जियों के दाम ₹40-₹50 प्रति किलो के आसपास थे।
बारिश से खेतों में पानी भरा, तोड़ाई और ट्रांसपोर्ट दोनों प्रभावित।
पैदावार घटी, मांग वैसी ही सब्जी व्यापारियों का कहना है कि बारिश से खेतों में पानी भर गया, जिससे ताजी सब्जियों की तोड़ाई और ट्रांसपोर्ट दोनों प्रभावित हुए हैं। इसी कारण मंडी में आवक घट गई है, लेकिन मांग वैसी ही बनी हुई है। इससे भाव तेजी से बढ़े हैं।
लोगों ने बदला खाने का तरीका महंगाई बढ़ने से आम लोगों ने हरी सब्जियों का इस्तेमाल कम कर दिया है। अब लोग दाल, बेसन, आलू-प्याज जैसे विकल्पों की ओर लौट रहे हैं। लोगों का कहना है कि हर दिन 100 रुपए किलो की सब्जियां लेना मुश्किल है।
रसोई का बजट बिगड़ा बारिश से राहत तो मिली है लेकिन सब्जियों की महंगाई ने रसोई का बजट बिगाड़ दिया है। यदि यही स्थिति रही तो आने वाले दिनों में सब्जियां और महंगी हो सकती हैं।

आने वाले दिनों में सब्जियां और महंगी हो सकती हैं।