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9 जुलाई को भोपाल में मध्यप्रदेश के पीडब्ल्यूडी मंत्री राकेश सिंह ने भोपाल में अपने सरकारी आवास पर प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी। इस दौरान सड़कों में हो रहे गड्ढ़ों को लेकर किए गए सवाल पर उन्होंने यह जवाब दिया था। मंत्री के इस बयान के बाद विपक्ष ने सवाल उठाए हैं।
दैनिक भास्कर ने मंत्री के बंगले के आसपास की सड़कों का रियलिटी चेक किया। विभाग के प्रमुख सचिव समेत अफसरों के बंगलों की तरफ जाने वाली सड़कों का भी जायजा लिया। वह सड़क भी देखी जिस पर बड़ी संख्या में आम लोगों की आवाजाही होती है। पढ़िए यह रिपोर्ट…
मंत्री के बंगले के आसपास सड़कें चकाचक

चार इमली स्थित बंगला बी/10 में मंत्री राकेश सिंह रहते हैं।
भोपाल के चार इमली में पीडब्ल्यूडी मंत्री राकेश सिंह का बंगला है। उनके बंगले बी/10 के एक तरफ डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ल और दूसरी तरफ सामाजिक न्याय मंत्री नारायण सिंह कुशवाह का बंगला है। यहां जाने वाली सड़क गड्ढा मुक्त है। इस डामर की सड़क पर थर्मोप्लास्टिक रोड मार्किंग भी की गई है।
PS के बंगले वाली सड़क भी चमचमाती मिली

चार इमली पर PWD विभाग के प्रमुख सचिव सुखवीर सिंह का बंगला है।
भास्कर रिपोर्टर ने चार इमली में पीडब्ल्यूडी विभाग के प्रमुख सचिव (PS) सुखवीर सिंह के बंगले वाली सड़क देखी। पीएस के सरकारी आवास की तरफ जाने वाली सड़क भी चमचमाती हुई दिखी। यानी अफसरों के घर की तरफ जाने वाली सड़क भी बारिश में कहीं भी खराब नहीं हुईं।
कंकड़-गिट्टी पर छिल जाते हैं कांवड़ियों के पैर

भोजपुर मंदिर की तरफ जाने वाली सड़क पर 5 साल से सिर्फ गड्ढे ही गड्ढे हैं।
चार इमली के बाद भास्कर रिपोर्टर भोपाल के वार्ड 85 में ग्यारह मील से भोजपुर की ओर जाने वाली सड़क पर पहुंचे। जैसे ही हाईवे छोड़ा और भोजपुर मंदिर के रास्ते पर टर्न लिया। बंगरसिया तक रास्ते भर गड्ढे ही गड्ढे मिले।
11 मील के पास एक स्थानीय दुकानदार मलखान जोशी ने भास्कर से कहा कि यह सड़क पांच सालों से खराब है। स्कूल जाने वाले बच्चे बहुत परेशान होते हैं। जब पानी गिरता है तो बच्चे कीचड़ में होकर जाते हैं। भोजपुर जाने वाले श्रद्धालु पैदल जाते हैं। अभी कांवड़ लेकर नंगे पैर जाने वाले भक्तों को भोजपुर जाने में बहुत दिक्कत होगी। कंकड़ और गिट्टी से उनके पैर छिल जाते हैं।
डिलीवरी बॉय राजवीर विश्वकर्मा ने कहा-

जब अधिकारियों पर ऊपर से प्रेशर आता है तो मिट्टी और डामर डालकर चले जाते हैं। दूसरे राज्यों से आने वाले टूरिस्ट हमारे बारे में क्या सोचते होंगे।
ई-रिक्शा चालक मूरत जाटव ने कहा कि मैं दिव्यांग हूं इसलिए मैंने ई-रिक्शा लिया है। 11 मील से बंगरसिया तक बहुत गड्ढे हैं। गाड़ियों की टूट-फूट हो रही है। कई गाड़ियों की चेसिस अलग हो गई। मैंने नई गाड़ी ली है तो डर लगता है गड्ढों की वजह से कहीं मेरे ई-रिक्शा को नुकसान न हो जाए।
बीजेपी ऑफिस के सामने ही सड़क पर गड्ढे भोपाल में रानी कमलापति रेलवे स्टेशन के सामने भाजपा के प्रदेश कार्यालय की नई बिल्डिंग बनाई जा रही है। बीजेपी के निर्माणाधीन प्रदेश मुख्यालय के सामने ही सड़क पर बडे़-बडे़ गड्ढे हो गए हैं। जबकि यहां दिन भर बीजेपी के मंत्री, विधायक, पदाधिकारी सहित अफसरों का आना जाना लगा रहता है।

बीजेपी ऑफिस के सामने सड़क पर गड्ढे।
पटवारी ने कहा- PWD करप्शन वाला विभाग पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने कहा- पीडब्ल्यूडी मंत्री राकेश सिंह का बयान शर्मनाक है। उन्होंने कहा कि सड़क हैं तो गड्ढे रहेंगे। मप्र में सड़क तो है ही नहीं, गड्ढे ही गड्ढे हैं। जैसा उनका विभाग है, उसके हर अधिकारी-कर्मचारी पर जांच चल रही है। 100 प्रतिशत करप्शन वाला विभाग बन गया है। कांग्रेस पार्टी कार्यक्रम जारी कर रही है, जिस सड़क पर गड्ढा होगा वहां कांग्रेस का कार्यकर्ता बैठा मिलेगा।
जीतू पटवारी ने कहा- इससे पहले मुख्यमंत्री और गड़करी जी ने कहा था कि मप्र की सड़कें वॉशिंगटन जैसी सड़कें हैं। शिवराज जी ने भी ऐसा कहा था तो बहुत क्रिटिसाइज हुए थे। सवाल ये है कि पीडब्ल्यूडी विभाग में एक भी अधिकारी ऐसा नहीं है जिसकी जांच न हो रही हो। मतलब भ्रष्टाचार में एक-एक आदमी लिप्त है और मंत्री जी कहते हैं गड्ढे रहेंगे।
बार-बार चिल्लाकर कह रहे हैं कि हम भ्रष्टाचार करेंगे। फिर भी आप वोट दे देते हो। जिस सड़क पर आप चल रहे हो वो इस सरकार के चरित्र का प्रमाण है।

मंत्री बोले- ऐसा कोई राज्य नहीं जहां सड़कों पर गड्ढे न हों बुधवार को जब पीडब्ल्यूडी मंत्री राकेश सिंह से खराब सड़कों को लेकर सवाल पूछा गया था तो उन्होंने पत्रकारों से कहा था- वर्षाकाल में सड़कों पर गड्ढे कब नहीं हुए जरा मुझे बताएंगे? और किस राज्य में नहीं हुए।
जिन राज्य को तकनीक नजरिए से देश में आप सबसे बेहतर मानते हैं क्या वहां गड्ढे नहीं हैं। मैं इसीलिए कहता हूं कि नकारात्मकता का प्रचार करना आसान है लेकिन चुनौतियों का सामना करते हुए जनता के अनुरूप उसको बनाकर रखना कठिन है। हम उस कठिनाई का सामना कर रहे हैं।

राकेश सिंह ने कहा- बरसात में गड्ढे कहां नहीं होते होते हैं। कौन सा ऐसा राज्य है जहां पर सड़कों पर अभी गड्ढे नहीं हुए। इसका मतलब ये नहीं है कि गड्ढे होना चाहिए। सड़कों की गुणवत्ता ऐसी ही होना चाहिए कि गड्ढे न हों। लेकिन, कभी बारिश ज्यादा होती है। जितने वजन के ट्रेफिक का आप अनुमान लगाते हैं उससे कई गुना ज्यादा हैवी ट्रैफिक वहां से निकल जाता है उस कारण से नुकसान होता है।
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लोक निर्माण विभाग के मंत्री राकेश सिंह ने प्रदेश की खस्ताहाल सड़कों को लेकर बात की।
मध्य प्रदेश में खराब सड़कों के निर्माण और सड़कों के गड्ढ़ों को लेकर पीडब्ल्यूडी मंत्री राकेश सिंह ने कहा है कि अभी ऐसी कोई तकनीक नहीं आई है, जिसके आधार पर कह सकें कि ऐसी सड़क बनाएंगे जिस पर कभी गड्ढा होगा ही नहीं। पूरी खबर यहां पढ़ें…