इंदौर-बैतूल हाईवे पर कालीसिंध नदी में गिरी कार: 4 में से 2 की मौत, 2 को ग्रामीणों ने बचाया; सीटबेल्ट लगे होने से निकल नहीं सके – Dewas News

इंदौर-बैतूल हाईवे पर कालीसिंध नदी में गिरी कार:  4 में से 2 की मौत, 2 को ग्रामीणों ने बचाया; सीटबेल्ट लगे होने से निकल नहीं सके – Dewas News


कार में चार लोग सवार थे, दो लोगों को ग्रामीणों ने कांच तोड़कर बचाया है इसमे से एक की हालत गंभीर बताई गई है।

इंदौर-बैतूल नेशनल हाईवे पर कालीसिंध नदी पुलिया पर रविवार को बड़ा हादसा हो गया। एक अर्टिगा कार नदी में गिर गई, जिसमें सवार चार में से दो लोगों की मौत हो गई, जबकि दो लोगों को ग्रामीणों ने कांच तोड़कर बचा लिया। एक की हालत गंभीर बताई गई है।

.

हादसा उस वक्त हुआ जब चेन्नई से इंदौर की ओर जा रही कार पुरानी संकरी पुलिया पर पहुंची। सामने से आ रहे ट्रक को देखकर चालक ने संतुलन खो दिया और कार सीधे नदी में जा गिरी। यह पुलिया करीब 100 साल पुरानी है, जिसकी रैलिंग टूट चुकी है, और यहां पिछले 2 महीनों में यह चौथा हादसा है।

सीटबेल्ट लगे होने से नहीं बच पाए आगे बैठे यात्री ग्रामीणों ने तुरंत नदी में उतरकर रेस्क्यू किया। बताया गया कि कार में चार लोग सवार थे। आगे बैठे दो लोगों ने सीटबेल्ट लगाई थी, जिससे वे बाहर नहीं निकल सके और डूब गए। पीछे बैठे दो लोगों को कांच तोड़कर सुरक्षित बाहर निकाला गया।

ग्रामीणों ने कांच तोड़कर 2 लोगों को बचाया।

मृतकों के शव पोस्टमार्टम के लिए भेजे गए मृतकों की पहचान ओपी (40), निवासी अमृतसर और आनंद राज (40), निवासी इंदौर के रूप में हुई है। जबकि इलैयाराजा (40), निवासी जयपुर और उच्चतेवन (44), निवासी चंडीगढ़ घायल हैं, जिन्हें बागली के आरआर अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

पुलिया पर पहले भी हो चुके हादसे, कोई सुधार नहीं स्थानीय लोगों ने बताया कि पुलिया पर न तो रैलिंग है और न संकेतक, प्रशासन को कई बार शिकायत की जा चुकी है। हर बार हादसे के बाद ग्रामीण ही बचाव करते हैं, लेकिन स्थायी समाधान अब तक नहीं हुआ है। SI राकेश नरवरिया ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है और मृतकों के परिजन को सूचना दी जा चुकी है।

हादसे की 2 तस्वीरें…

चेन्नई से इंदौर लौट रहे थे कार सवार।

चेन्नई से इंदौर लौट रहे थे कार सवार।

आगे बैठे दो लोगों ने सीटबेल्ट लगाई थी, जिससे वे बाहर नहीं निकल सके।

आगे बैठे दो लोगों ने सीटबेल्ट लगाई थी, जिससे वे बाहर नहीं निकल सके।



Source link