भारत के सलामी बल्लेबाज केएल राहुल ने स्वीकारा है कि लॉर्ड्स टेस्ट के तीसरे दिन शतक बनाने की उनकी जल्दबाजी के चलते ऋषभ पंत रन आउट हो गए. केएल राहुल मानते हैं कि यह भारत के लिए बढ़त हासिल करने की कोशिश के लिए आदर्श नहीं था. तीसरे दिन लंच से पहले आखिरी ओवर में, ऋषभ पंत 74 के निजी स्कोर पर रन आउट हो गए. ऋषभ पंत उस समय केएल राहुल को स्ट्राइक पर वापस लाने की कोशिश कर रहे थे, ताकि सलामी बल्लेबाज अपना शतक पूरा कर सके.
ऋषभ पंत के रन आउट होने से पलट गया मैच?
हालांकि, ऋषभ पंत के पवेलियन लौटने के बाद केएल राहुल ने लॉर्ड्स में अपना दूसरा शतक पूरा किया. टीम इंडिया ने अपनी पहली पारी में 387 रन बनाए. तीसरे दिन का खेल खत्म होने के बाद केएल राहुल ने पत्रकारों से कहा, ‘ऋषभ पंत के आउट होने से कुछ ओवर पहले हमारी बातचीत हुई थी. मैंने उनसे कहा था कि अगर हो सके तो लंच से पहले मैं अपना शतक पूरा कर लूंगा. लंच से पहले बशीर के आखिरी ओवर में मुझे लगा कि मेरे पास शतक बनाने का अच्छा मौका है, लेकिन दुर्भाग्य से मेरी गेंद सीधे फील्डर के पास चली गई। यह ऐसी गेंद थी, जिस पर मैं चौका लगा सकता था.’
केएल राहुल ने अपने इस रिएक्शन से मचा दी सनसनी
केएल राहुल ने कहा, ‘ऋषभ पंत बस स्ट्राइक रोटेट करना चाहते थे. वह मुझे वापस स्ट्राइक पर लाना चाहते थे. लेकिन, ऐसा नहीं होना चाहिए था. इस एक रनआउट ने वास्तव में भारत के स्कोरबोर्ड की गति थाम दी. यह हम दोनों के लिए निराशाजनक था. जाहिर है, कोई भी अपना विकेट इस तरह नहीं गंवाना चाहता. केएल राहुल ने बताया कि पिछले दो वर्षों से वह एक विशेषज्ञ के साथ काम कर रहे हैं, जिसने उन्हें रिएक्शन-टाइम ट्रेनिंग में मदद की. इस तरह की ट्रेनिंग फॉर्मूला 1 ड्राइवर्स करते हैं.
फॉर्मूला 1 में कई बार देखा
राहुल ने बताया, ‘पिछले एक-दो साल में, मैंने मेंटल ड्रिल्स पर काम किया है. मैंने एक विशेषज्ञ के साथ थोड़ा समय बिताया, जिसने मुझे अपना रिएक्शन टाइम सुधारने में मदद की. मुझे लगता है कि कई दूसरे खेलों में भी इस तरह की ट्रेनिंग का इस्तेमाल किया जाता है. मैंने इसे फॉर्मूला 1 में कई बार देखा है.’