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Jairam Nashta Center Bhopal News: पनीर पकोड़े के स्वाद को लेकर विक्रम वाधवानी ने कहा कि यह लोगों का प्यार है, जो हम पिछले 55 वर्षों से वही स्वाद परोसते आ रहे हैं. पनीर पकोड़े खाने के लिए भोपाल से ही नहीं बल्कि …और पढ़ें
लोकल 18 से बात करते हुए दुकान संचालक विक्रम वाधवानी ने बताया कि दुकान की शुरुआत उनके पिता द्वारा की गई थी. जिसके बाद वह और उनका भाई इसका संचालन कर रहे हैं. पनीर पकोड़े के स्वाद को लेकर उन्होंने बताया कि यह लोगों का प्यार है, जो हम पिछले 55 सालों से वही स्वाद परोसते आ रहे हैं. यहां हर वक्त लोगों की भारी भीड़ देखने को मिलती है. साथ ही इसका स्वाद चखने के लिए भोपाल से ही नहीं बल्कि दूसरे शहरों से भी लोग आते हैं.
कभी तीन रुपये थी पकोड़े की कीमत
विक्रम बताते हैं कि शुरुआत में पनीर पकोड़े की कीमत तीन रुपये थी. जिसके बाद आज यह बढ़कर 25 रुपये का हो गया है. 1970 में उनके पिता जयराम वाधवानी द्वारा दुकान शुरू की गई, जिसे अब वह अपने बेटे कमल वाधवानी के साथ मिलकर संभाल रहे हैं. दुकान दोपहर दो बजे से रात 9 बजे तक खुलती है. इस दौरान एकदम गर्म, ताजे, कुरकुरे और भरपूर स्वाद वाले पनीर पकोड़े के लिए काफी भीड़ देखने को मिलती है. हर दिन करीब तीन किलो तक पनीर की खपत हो जाती है. हम खुद ही दाल और खड़े मसाले लेकर उन्हें पिसवाते हैं, ताकि किसी तरह की मिलावट न हो.
यहां पनीर के अलावा आलू पकोड़ा, ब्रेड पकोड़ा, मिर्ची पकोड़ा और मुंगोड़े भी मिलते हैं. इसके अलावा समोसा और कचौड़ी भी आपको यहां मिल जाएगी. दुकान की सबसे खास बात यह है कि इनके स्वाद में पिछले 55 साल से कोई बदलाव नहीं आया है. यही वजह है कि पुराने ग्राहक आज भी बार-बार लौटकर आते हैं. यहां रोजाना कई ऐसे ग्राहक आते हैं, जो सालों से पनीर पकोड़े के दीवाने हैं.
कैसे बनाए जाते पनीर पकोड़े?
पनीर पकोड़ों की बात करें, तो इसमें अच्छी तरह से मैश किए आलू-मटर और चुनिंदा मसाले डाले जाते हैं. साथ ही 50 से 100 ग्राम तक पनीर डलता है. पकोड़े को बेसन में डुबाने के बाद तीन बार तला जाता है, जिससे वह बाहर से कुरकुरा और अंदर से मुलायम रहता है. इसके साथ में दो तरह की चटनी और प्याज दी जाती है.