राजगढ़ जिले में बोरदा आश्रम के पास दो दिनों में चार राष्ट्रीय पक्षी मोर अचानक बीमार हो गए। शनिवार को एक और रविवार को तीन मोर अशक्त अवस्था में आश्रम परिसर में पहुंचे। वन विभाग की टीम ने सभी मोरों को इलाज के लिए अपने साथ ले गया है।
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आश्रम के संत सिद्धनाथ शर्मा ने बताया कि रविवार को तीन मोर ऐसी स्थिति में पहुंचे कि वे न तो उड़ पा रहे थे और न ही ठीक से चल पा रहे थे। उन्होंने मोरों को कुत्तों और अन्य जानवरों से बचाने के लिए एक कमरे में सुरक्षित रखा और वन विभाग को सूचना दी।
वन विभाग ने दी दवाई, इलाज जारी
वन विभाग के उड़नदस्ता प्रभारी देवकरण भिलाला ने बताया कि सभी मोरों को दवा दी गई है। शनिवार को मिले मोर की स्थिति में सुधार है, जबकि रविवार को रेस्क्यू किए गए तीन मोरों का इलाज जारी है। उन्हें भी कुछ राहत मिली है।
सोमवार को होगी विस्तृत जांच
वन विभाग मामले को गंभीरता से लेते हुए मोरों का स्वास्थ्य परीक्षण करवा रहा है। बीमारी का कारण अभी स्पष्ट नहीं है। सोमवार को विस्तृत जांच की जाएगी। विभाग ने मोरों की हालत में पूर्ण सुधार तक इलाज जारी रखने का आश्वासन दिया है।