शनिवार रात करीब 10 बजे CMHO डॉ. मनीष शर्मा ने औचक निरीक्षण किया।
भोपाल के गोविंदपुरा इलाके में स्थित सिविल अस्पताल 20 करोड़ रुपए खर्च कर आधुनिक सुविधाओं के साथ बनाया गया है। लेकिन, मरीजों तक यह सुविधा नहीं पहुंच पा रही है। यह बात शनिवार को मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (CMHO) डॉ. मनीष शर्मा के औचक निरीक्षण
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इसकी वजह पूछने पर गार्ड ने कहा कि परिसर में बड़ी-बड़ी घास उग आई है और रात में अंधेरा होने की वजह से कोई अनहोनी न हो, इसलिए अस्पताल बंद कर देते हैं। इस जवाब पर CMHO नाराज हो गए। उन्होंने अस्पताल प्रभारी को फोन पर अस्पताल रोज 24 घंटे खोलने के निर्देश दिए।
10 डॉक्टरों की टीम है पदस्थ स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, अस्पताल में 10 डॉक्टर, 20 नर्स, 4 फार्मासिस्ट सहित 40 से ज्यादा कर्मचारी पदस्थ हैं। इनकी 8-8 घंटे की शिफ्ट लगाकर अस्पताल को 24 घंटे चालू रखने की व्यवस्था बनाई गई थी। लेकिन असलियत यह है कि शाम 6 बजे के बाद ही अस्पताल बंद कर दिया जा रहा है। CMHO ने इस लापरवाही को गंभीर मानते हुए अधीक्षक सहित पूरे स्टाफ को नोटिस जारी करने के निर्देश भी दिए हैं।
गांधीनगर अस्पताल में भी गड़बड़ी औचक निरीक्षण के दौरान डॉ. शर्मा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गांधीनगर भी पहुंचे। यहां रात्रिकालीन ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर देर से पहुंचे थे और रिलीविंग डॉक्टर उनके आने से पहले ही चले गए थे। इस पर CMHO ने खंड चिकित्सा अधिकारी को संबंधित डॉक्टरों को कारण बताओ नोटिस जारी करने के आदेश दिए।