खरगोन के मेनगांव गांव में रविवार रात करीब 8 बजे नकली खाद निर्माण की आशंका पर एसडीएम बीएस कलेश और कृषि विभाग की टीम ने संयुक्त रूप से एक खेत पर छापामार कार्रवाई की। जांच के दौरान मौके से 600 बोरी पैक खाद और 50 बोरी खुला बायोचार व कंपोस्ट खाद बरामद हुआ
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प्रारंभिक जांच के आधार पर यह खाद बिना किसी वैध अनुमति के तैयार की जा रही थी।
कृषि विभाग के वरिष्ठ कृषि अनुविभागीय अधिकारी बीएल भंवर ने बताया कि यह खाद मुंबई की कंपनी बना रही थी। कंपनी खेतों से कपास की काठी और मक्का का वेस्ट इकट्ठा कर उसे छह भट्ठियों में जलाकर बायोचार कंपोस्ट तैयार कर रही थी। लेकिन इस कार्य के लिए कोई वैध पंजीयन या अनुमति नहीं ली गई थी।
टीम ने पहुंचकर छापा मारा।
कंपनी के खिलाफ जांच जारी एसडीएम बीएस कलेश ने बताया कि कंपनी के मैनेजर रोहित मालवीया, निवासी बिस्टान से पूछताछ की जा रही है। मालवीया ने बताया कि वे मिट्टी की उर्वरता बढ़ाने के लिए बायोचार खाद बना रहे थे, लेकिन अभी तक इसकी कोई बिक्री नहीं की गई है।
प्रशासन द्वारा मौके से खाद जब्त कर पंचनामा तैयार किया गया और संपूर्ण सामग्री को सुपुर्दगी में ले लिया गया है। टीम दस्तावेजों की जांच कर रही है, जिसमें निर्माण की अनुमति, खाद का रजिस्ट्रेशन और गुणवत्ता प्रमाणन शामिल हैं।
छापामार कार्रवाई के दौरान तहसीलदार महेंद्र दांगी, आरआई विजय सुनहरे, और पटवारी वीरेंद्र जोशी भी मौके पर मौजूद रहे।
प्रशासनिक अधिकारियों ने संदेह जताया है कि बिना वैज्ञानिक परीक्षण के इस प्रकार तैयार की जा रही खाद कृषि भूमि के लिए नुकसानदेह भी हो सकती है। हालांकि, कंपनी का दावा है कि यह खाद मिट्टी में कार्बन की कमी को दूर करने में उपयोगी है।