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मध्य प्रदेश में बाढ़ के हालात हैं. जबलपुर में भारी बारिश हो रही है और मौसम विभाग ने चेतावनी दी है. जिले में 21.5 इंच बारिश हो चुकी है. सड़कों पर गड्ढे हैं और वॉटरफॉल खुल चुके हैं.
मध्य प्रदेश में बाढ़ जैसे हालात बने हुए हैं. वहीं, पूर्वी मध्य प्रदेश में जो दबाव बना था, अब धीरे-धीरे भोपाल, उज्जैन, चंबल संभाग की ओर शिफ्ट हो रहा है. इससे पूर्वी प्रदेश में थोड़ी राहत मिल सकती है.

वहीं, जबलपुर में शाम होते ही जमकर बादल बरसना शुरू हो गए. मौसम विभाग ने भी एक बार फिर चेतावनी दी है कि जबलपुर में अति भारी बारिश हो सकती है. हालांकि, सिस्टम जरूर कमजोर हुआ है.

जबलपुर में अब तक साढ़े 21 इंच बारिश का आंकड़ा पहुंच चुका है. 24 घंटे में जिले में करीब 1 इंच बारिश दर्ज की जा चुकी है. जबलपुर संभाग के नरसिंहपुर और छिंदवाड़ा जिले में भी येलो अलर्ट जारी किया गया है.

जबलपुर में 4 से 5 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दक्षिण-पश्चिमी हवा चल रही है. जिले का अधिकतम तापमान 28.4 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 22.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है.

हैरानी की बात ये कि पिछले साल आज के दिन तक जबलपुर में मात्र 9 इंच बारिश ही दर्ज की गई थी, जो इस बार दोगुने से भी ज्यादा है. कयास लगाए जा रहे हैं कि अब जल्द ही बरगी डैम के खुले गेटों को भी बंद किया जा सकता है.

पिछले दो दिन से जिले में सुबह से लेकर शाम तक मौसम की तस्वीर साफ नजर आ रही है. लेकिन शाम होते ही अचानक से झमाझम बारिश होने लगती है, जो लोगों की टेंशन बढ़ा देती है. क्योंकि लोगों को रेनकोट पहनने तक का वक्त नहीं मिल पाता.

पहले ही बारिश ने जबलपुर की सड़कों की पोल खोल कर रख दी है. जहां शहर की अधिकांश सड़कों में गड्ढे हो चुके हैं. आलम यह है सड़क में लगे मटेरियल को झाड़ू लगाकर बटोरा जा सकता है.

बहरहाल, जबलपुर में अब सारे वॉटरफॉल खुल चुके हैं, जिसका दीदार करने बड़ी संख्या में सैलानी पहुंच रहे हैं. दूसरी तरफ गौरी घाट का जलस्तर भी काफी हद तक कम हो चुका है.