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Agriculture News: किसान पैडी ट्रांसप्लांटर मशीन के लिए ई-कृषि यंत्र अनुदान पोर्टल पर जाकर आवेदन कर सकते हैं. इसके लिए किसानों को खतौनी B-1 की प्रति, बैंक पासबुक, आधार कार्ड और मोबाइल नंबर की जरूरत होती है.
किसानों को धान की रोपाई में पैडी ट्रांसप्लांटर मशीन से काफी मदद मिलती है, साथ ही उत्पादकता भी बढ़ती है. इस मशीन की खासियत है कि यह धान को सही तरीके से एक निश्चित दूरी पर लगाती है. मशीन एक बार में 4, 6 और 8 की रो में रोपाई करती है. इसकी कीमत तीन लाख रुपये से लेकर 10 लाख रुपये तक होती है, जो रो के आधार पर तय होती है. मशीन का उपयोग करने से एक हेक्टेयर में करीब तीन हजार रुपये का खर्च आता है.
मशीन चलाने के पहले बनाई जाती है नर्सरी
पैडी ट्रांसप्लांटर मशीन के उपयोग के लिए सबसे पहले धान लगाने से 16 दिन पहले मैट टाइप नर्सरी बनाई जाती है, जिसका साइज 1 बाय 2 फीट होता है. जब धान का रोपा 15 दिन से ज्यादा का हो जाता है, तब नर्सरी को निकाल लिया जाता है और मशीन में धान के पौधों को सुव्यवस्थित रखकर तैयार खेतों में रोपाई का काम किया जाता है. परंपरागत पद्धति से रोपी गई फसल की तुलना में 20 फीसदी की वृद्धि भी देखने को मिलती है.
40 से लेकर 50 प्रतिशत तक सब्सिडी
पैडी ट्रांसप्लांटर मशीन के लिए किसान ई-कृषि यंत्र अनुदान पोर्टल पर आवेदन कर सकते हैं. इसके लिए किसानों को खतौनी B-1 की प्रति, आधार कार्ड, बैंक पासबुक और मोबाइल नंबर की जरूरत होती है. मशीन पर 40 से लेकर 50 प्रतिशत तक सब्सिडी दी जा रही है. जबलपुर जिले में लगभग 65 पैडी ट्रांसप्लांटर मशीन उपलब्ध हैं, जिसमें सबसे ज्यादा मशीन पाटन ब्लॉक में उपलब्ध हैं.