यह लिक्विड टायर के अंदर एक सुरक्षात्मक परत की तरह काम करता है. अगर टायर में कील या सरिया जैसी कोई नुकीली चीज भी घुस जाए, तो यह लिक्विड उस छेद को तुरंत भर देता है, जिससे हवा निकलने की नौबत नहीं आती.
जानकारों के अनुसार, अगर आपकी गाड़ी में पहले से 10 से 15 बार पंचर हो चुका है और टायर को बत्ती लगाकर इस्तेमाल किया जा रहा है, तो भी घबराने की जरूरत नहीं है. बस आप आधा लीटर एंटी पंचर लिक्विड प्रति टायर के हिसाब से डाल दें. लेकिन यह ट्यूबलेस टायर में ही काम करता है. इसके बाद आपका टायर 7 से 12 महीने तक सुरक्षित रहेगा और पंचर की संभावना बेहद कम हो जाती है.
इस संबंध में समस्तीपुर जिले के पटोरी प्रखंड के निवासी प्रिंस कुमार, जो पिछले 10 सालों से पंचर मरम्मती का काम कर रहे हैं, ने लोकल 18 की टीम से खास बातचीत में बताया कि, अधिकतर लोग टायर में 10-12 बार पंचर होने के बाद उसे बेकार समझ लेते हैं और नया टायर खरीद लेते हैं. लेकिन अगर उसी पुराने टायर में यह एंटी पंचर लिक्विड डाल दिया जाए, तो वह फिर से लंबे समय तक इस्तेमाल लायक बन जाता है.
उन्होंने बताया कि यह लिक्विड ट्यूबलेस टायर में डाला जाता है और जब भी कोई कील, पत्थर, तार या कोई नुकीली चीज टायर में घुसती है, तो यह लिक्विड तुरंत उस जगह को सील कर देता है. खास बात यह है कि इसमें किसी मशीन या ज्यादा मेहनत की जरूरत नहीं होती. लिक्विड डालने के बाद टायर सामान्य तरीके से चलता है और कोई समस्या नहीं आती.
इस लिक्विड का इस्तेमाल बेहद आसान है. पहले टायर से हवा निकालें, फिर वॉल्व खोलकर लिक्विड डालें और फिर से हवा भर दें. यह प्रक्रिया किसी स्थानीय पंचर मिस्त्री से भी कराई जा सकती है. आमतौर पर यह लिक्विड ऑनलाइन और लोकल मार्केट दोनों में मिल जाता है. अगर आप बार-बार पंचर से परेशान होकर नया टायर खरीदने की सोच रहे हैं, तो एक बार इस उपाय को जरूर आज़माएं.
एंटी पंचर लिक्विड न केवल आपके समय और पैसे की बचत करेगा, बल्कि सड़क पर अचानक पंचर की समस्या से भी आपको राहत दिलाएगा. यह उपाय खासतौर पर उन लोगों के लिए उपयोगी है, जो रोज लंबी दूरी तय करते हैं या ग्रामीण क्षेत्रों में यात्रा करते हैं, जहां पंचर की दुकानें हर जगह नहीं होतीं.