लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत ने 82 रन तक सात विकेट गंवा दिए थे, लेकिन जडेजा (नाबाद 61 रन, 181 गेंद, चार चौके, एक छक्का) ने नीतीश कुमार रेड्डी (13) के साथ आठवें विकेट के लिए 91 गेंद में 30, जसप्रीत बुमराह (05) के साथ नौवें विकेट के लिए 132 गेंद में 35 और सिराज के साथ अंतिम विकेट के लिए 80 गेंद में 23 रन की साझेदारी करके जीत की उम्मीद जगाई थी, लेकिन टीम को हार से नहीं बचा पाए.
स्पैल के बीच में मैं काफी उत्साहित था. एक्स्ट्रा कवर पर फील्डिंग करते हुए गेंद मेरे पास आई तो मैंने ऋषभ को हिचकिचाते हुए देखा. जब आप गेंद फेंकते हैं और जानते हैं कि वह स्टंप्स पर लगेगी तो यह एक बेहतरीन एहसास होता है.
तेज गेंदबाज जोफ्रा आर्चर ने आज से ठीक छह साल पहले 2019 में इसी लॉर्ड्स मैदान पर एकदिवसीय विश्व कप के फाइनल में सुपर ओवर फेंका था और चार साल से ज्यादा समय के बाद टेस्ट क्रिकेट में वापसी करते हुए सोमवार को उन्होंने 55 रन देकर तीन विकेट चटकाते हुए इंग्लैंड की जीत में एक बार फिर अहम भूमिका निभाई.
स्टोक्स ने मैच में अपनी भूमिका पर कहा, ‘जो दांव पर लगा था उसे लेकर कल मैं पूरी तरह से पस्त था. लेकिन मैच दांव पर था इसलिए मुझे कोई नहीं रोक सकता था. मैं एक ऑलराउंडर हूं, मुझे मैच को प्रभावित करने के चार मौके मिलते हैं और अगर एक भी चीज ठीक से काम नहीं करती… तो मैं और रन बनाना चाहता हूं, लेकिन आपके पास किसी भी चीज की चिंता करने का मौका नहीं है.’