ब्रिज पर पानी न होने की वजह से महिला अस्पताल नहीं पहुंच सकी। रास्तें में तड़पते हुए उसकी मौत हो गई।
रीवा में पुल पर पानी होने की वजह से गर्भवती महिला अस्पताल नहीं पहुंच सकी। वो दो घंटे तड़पती रही, उसकी रास्ते में ही ही मौत हो गई। ससुराल में रास्ता खराब होने की वजह से वह मायके में रहने पहुंची थी, ताकि अस्पताल पहुंचने में परेशानी न हो।
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मायके से अस्पताल जाने वाले रास्ते में पुल पर पानी न होने की वजह से वह अस्पताल नहीं पहुंच सकी और उसकी मौत हो गई। परिवार के लोगों ने कहा कि उसकी मौत के बाद भी शव को घर ले जाने में 40 किलोमीटर लंबा सफर तय करना पड़ा।
घटना रविवार देर रात हुई। सोमवार शाम महिला के अंतिम संस्कार के बाद परिजनों ने आवाज उठाई है। इस मामले में कलेक्टर ने जांच करने कहा है।
इधर कुछ दिनों पहले ही सीधी की सोशल मीडिया इन्फ्लूएंसर भी सड़कों की दुर्दशा पर वीडियो बना चुकी जो खूब वायरल हुई। उसके बाद अब यह मामला सामने आया है।
रीवा में ब्रिज पर पानी भर जाने की वजह से गर्भवती महिला अस्पताल नहीं पहुंच पाई। उसकी मौत हो गई।
ससुराल में सड़क खराब इसलिए मायके गई थी जवा तहसील के भनिगंवा गांव की रहने वाली प्रिया रानी कोल जो कि सोनू कोल की पत्नी थी। महिला का ससुराल बरहट में है और मायका भटिगवां में है। परिजनों के मुताबिक ससुराल में सड़क न होने की वजह से महिला गर्भावस्था में मायके चली आई थी।
उसकी प्रेग्नेंसी के दौरान अचानक देर रात तबीयत बिगड़ गई। परिजन उसे जवा अस्पताल लेकर जा रहे थे। इसी दौरान रास्ते में महना नदी का उफान तेज था इसलिए सभी लोग नदी के एक तरफ ही अटके रहे।
इसी दौरान करीब एक दो घंटे तक प्रिया रानी कोल तड़पती व परेशान होती रही और वहीं तड़पती रही।
हालांकि इस दौरान गांव के ही डॉक्टर (झोलाछाप) को बुलाकर लाया गया और महिला को दिखाया गया, डॉक्टर ने महिला को देखा और मृत बताया तभी परिवार वालों ने किसी तरह प्रिया रानी को मायके से ससुराल ले जाया गया। वहीं मायके से ससुराल जाने में 40 किलों मीटर का सफर तय करना पड़ा।

सोमवार को महिला का अंतिम संस्कार किया गया।
जेठ बोला- बाढ़ की वजह से दिक्कत मृतका प्रिया रानी के जेठ का कहना है कि प्रिया रानी के पहले से एक बेटा है। वह करीब 8-9 महीने की गर्भवती थी। बाढ़ के चलते अस्पताल पहुंचने में काफी दिक्कतें आई और ज्यादा तबीयत खराब होने से प्रिया रानी की मौत हो गई।
ससुर ने बताया कि बाढ़ के चलते उफान आने के कारण परिवार करीब 40 किलोमीटर का चक्कर काटकर महिला के शव को मायके से ससुराल लेकर आया और ससुराल में भी रोड न होने के कारण वह मायके चली गई थी ताकि मायके में सुरक्षित डिलीवरी हो जाएं। लेकिन ससुराल में भी रोड न होने के कारण शव को बड़ी मुश्किल से ससुराल ले जाकर उसका अंतिम संस्कार किया गया।

रीवा के गांव में सड़क की हालत काफी खराब है।
भाभी बोली- इलाज होता तो मौत नहीं होती मृतका रानी कोल की भाभी शांति कोल ने बताया कि अगर समय रहते गर्भावस्था में रानी को बेहतर इलाज मिल जाता तो उसकी मौत नहीं होती और आज हम सबके बीच में होती। ससुराल में सड़क नहीं थी तो मायके चली आई थी। लेकिन इस बीच ऐसी मूसलाधार बारिश हुई कि मायके में मौजूद नदी भी उफान पर आ गई।
पुल इतना नीचा है कि जरा सी बारिश में पानी पुल के ऊपर से बहने लगता है। लाश तक उसके ससुराल पहुंचाना मुश्किल था। क्योंकि वहां तो सड़क ही नहीं। अब किसे कसूरवार कहे। शासन प्रशासन ने कभी ध्यान दिया होता तो मौत न होती।
पूरे मामले को कलेक्टर प्रतिभा पाल ने संज्ञान में लेते हुए जांच के निर्देश दिए हैं और अधिकारियों को मृतका के घर के लिए रवाना किया है।
पहले भी गर्भवती की मौत इसी तरह हुई जवा तहसील में इन दिनों भीषण बारिश ने तबाही मचाकर रखी है। भनिगंवा क्षेत्र में तो हालात यह है कि यहां सभी नदियां और नाले उफान पर हैं। ऐसे में अब रीवा के लिए यह बारिश जानलेवा हो चुकी है। ऐसा ही मामला रीवा जिले से सामने आया है। जहां एक नदी का उफान के कारण एक महिला घंटों तक वाहन में फंस गई, और बिना उपचार आखिर में तड़प-तड़पकर उसकी मौत हो गई।

पिछले दिनों ही इन्फ्लूएंसर ने वीडियो बनाकर सीधी में सड़कों की दुर्दशा बताई थी।
सड़क दुर्दशा पर सोशल मीडिया इन्फ्लूएंसर नाराज रीवा संभाग में सड़कों की हालत काफी खराब है। संभाग के सीधी जिले के छोटी खड्डी गांव में लीला साहू और बाकी 6 गर्भवती महिलाएं सड़क की मांग कर रही हैं। जिनके वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहे हैं। जिस पर PWD मंत्री बयान दे चुके हैं कि हम हर जगह डंपर लेकर नहीं पहुंच जाएंगे।