Sawan 2025: सावन में जरूर घर लाएं ये चीजें, समुद्र मंथन से जुड़ा है इतिहास

Sawan 2025: सावन में जरूर घर लाएं ये चीजें, समुद्र मंथन से जुड़ा है इतिहास


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Sawan 2025: आचार्य आनंद भारद्वाज ने लोकल 18 को बताया कि जब समुद्र मंथन हुआ था, तब भगवान धन्वंतरि अपने हाथों में अमृत कलश लेकर बाहर निकले थे. अमृत पीने के लिए देवताओं और असुरों के बीच लंबे समय तक खींचतान हुई थी.

उज्जैन. सावन मास भगवान शिव को सबसे प्रिय है. शास्त्रों के अनुसार, इस महीने भोलेनाथ अपने परिवार के साथ पृथ्वी पर विचरण करने आते हैं. इसी वजह से इस पूरे महीने भगवान शिव से जुड़ी तमाम धार्मिक यात्राएं होती हैं. लोग पूरे माह मंदिरों में शिवलिंग पर जल अर्पित कर भोलेनाथ का नाम स्मरण करते हैं. मान्यता है कि देवताओं और असुरों के बीच जो समुद्र मंथन हुआ था, वह सावन के महीने में ही किया गया था. समुद्र मंथन देवताओं और असुरों के बीच हुआ एक ऐसा मंथन है, जिसमें 14 रत्न निकले थे. इसमें माता लक्ष्मी से लेकर ऐरावत हाथी, भगवान धन्वंतरि, विष और अमृत भी शामिल हैं. मध्य प्रदेश के उज्जैन के आचार्य आनंद भारद्वाज के अनुसार, कुछ ऐसी चीजें हैं, जिन्हें अगर सावन के महीने में घर लाया जाए, तो सोई हुई तकदीर को जगाया जा सकता है.

मान्यता है कि सावन में शिवलिंग की पूजा करने से मनुष्य के सभी दुख-दर्द दूर होते हैं. ऐसा माना जाता है कि इस महीने भगवान शिव जल्दी प्रसन्न हो जाते हैं और अपने भक्तों पर कृपा बरसाते हैं. खासतौर पर सोमवार के दिन शिवलिंग पर जल चढ़ाने से विशेष लाभ मिलता है. साथ ही सावन माह में कुछ पवित्र चीजों को घर में लाना बेहद शुभ होता है.

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अमृत कलश लेकर निकले थे भगवान धन्वंतरि
आचार्य आनंद भारद्वाज ने बताया कि जब समुद्र मंथन हुआ था, तब भगवान धन्वंतरि अपने हाथों में अमृत कलश लेकर बाहर निकले थे. इस अमृत का पान करने के लिए देवताओं और असुरों के बीच लंबे समय तक खींचतान भी हुई थी. अंत में भगवान विष्णु की लीला से अमृत देवताओं को मिला था. अमृत कलश तो मिलना नामुमकिन है लेकिन इसके प्रतीक के रूप में आप अपने घर में एक कलश स्थापित कर सकते हैं. ऐसा करना बड़ा ही शुभ माना गया है. इससे भोलेनाथ प्रसन्न होते हैं. सनातन धर्म में माता लक्ष्मी की पूजा-अर्चना का विशेष महत्व है. मान्यता है कि माता लक्ष्मी समुद्र मंथन से ही निकली थीं. इस महीने में आप मां लक्ष्मी की प्रतिमा या फिर तस्वीर घर में लाकर स्थापित कर सकते हैं. ऐसा करने से आपकी आर्थिक स्थिति मजबूत होने लगेगी.

भोलेनाथ को प्रिय पारिजात का फूल
उन्होंने आगे बताया कि समुद्र मंथन से ऐरावत हाथी भी आए थे, जो देवताओं के राजा इंद्रदेव का वाहन है. अगर आप अपनी मनोकामनाएं पूरी करना चाहते हैं और आर्थिक स्थिति को मजबूत बनाना चाहते हैं, तो पत्थर या फिर क्रिस्टल का ऐरावत हाथी अपने घर में जरूर लाएं. इसे समृद्धि के प्रतीक के रूप में अपने घर में स्थापित करें. सनातन धर्म में शंख भगवान विष्णु के रूप मे देखा जाता है. मान्यता है कि शंख के पूजन-पाठ का विशेष महत्व है. 14 रत्नों में से एक पांचजन्य शंख भी है, जो भगवान विष्णु के हाथों में दिखाई देता है. सावन में आप इसे अपने घर के मंदिर में जरूर रखें. यह बहुत ही शुभ माना जाता है. शिव शंकर को वैसे तो कई फूल पसंद हैं लेकिन पारिजात का फूल विशेष महत्व रखता है क्योंकि यह समुद्र मंथन के दौरान ही बाहर आया था. यह पुष्प भोलेनाथ को बहुत प्रिय है. अगर इसे महादेव को अर्पित किया जाए, तो सारी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं. सावन के महीने में इस फूल का पौधा घर में लाना बड़ा ही शुभ होता है.

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Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी, राशि-धर्म और शास्त्रों के आधार पर ज्योतिषाचार्य और आचार्यों से बात करके लिखी गई है. किसी भी घटना-दुर्घटना या लाभ-हानि महज संयोग है. ज्योतिषाचार्यों की जानकारी सर्वहित में है. बताई गई किसी भी बात का Local-18 व्यक्तिगत समर्थन नहीं करता है.



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