लोक निर्माण विभाग (PWD) ने सभी प्रभारी अफसरों से कहा है कि अवकाश मंजूर कराए बिना कोई इंजीनियर मुख्यालय नहीं छोड़ सकेंगे। अगर ऐसा होता है तो संबंधित अधिकारी के विरुद्ध कार्यवाही की जाएगी।
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जारी निर्देश में कहा है कि विभाग में काम करने वाले इंजीनियर और अधिकारी बगैर अनुमति के भोपाल और अपने कार्य क्षेत्र से बाहर जाते हैं। इस कारण सरकार का कामकाज प्रभावित होता है। साथ ही सरकार द्वारा मांगी गई जानकारी भी समय पर नहीं मिल पाती है। इस कारण विभाग को अप्रिय स्थिति का सामना करना पड़ता है।
ऐसी स्थिति में विभाग के प्रमुख अभियंता, प्रमुख अभियंता भवन विंग, सभी चीफ इंजीनियर और चीफ इंजीनियर भवन, मुख्य वास्तुविद सह मुख्य अभियंता, सभी अधीक्षण यंत्री और कार्यपालन यंत्री के अधीनस्थ अधिकारी कर्मचारी उनके परमिशन के बगैर मुख्यालय नहीं छोड़ सकेंगे।
इस अफसर को इनसे मिलेगी छुट्टी विभाग के उपसचिव ने जारी निर्देश में कहा है कि प्रमुख अभियंता, मुख्य अभियंता और इस स्तर के अधिकारी प्रमुख सचिव और अधीक्षण यंत्री, कार्यपालन यंत्री स्तर के अधिकारी प्रमुख अभियंता से परमिशन लेकर ही मुख्यालय छोड़ेंगे।
बगैर परमिशन मुख्यालय से बाहर रहने वालों के विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाएगी। गौरतलब है कि प्रमुख सचिव सुखवीर सिंह ने विभाग के कामकाज में कसावट के लिए इंजीनियर्स पर नकेल कसने की तैयारी की है।
मंत्री के बयान पर हो चुका है बवाल बारिश के कारण सड़कों के गड्ढों को लेकर पीडब्ल्यूडी मंत्री राकेश सिंह के बयान पर बवाल मच चुका है। इसके बाद विभाग और सख्त हो गया है और प्रदेश भर में सड़कों के गड्ढे भरने का काम तेज हुआ है।
मंत्री सिंह ने कहा था कि जब तक सड़कें रहेंगी तब तक गड्ढ़े होते रहेंगे। उन्होंने यह भी कहा था कि अब तक ऐसी कोई तकनीक नहीं बनी है कि गड्ढों को रोका जा सके।
मंत्री ने सीधी की सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर की गड्ढों को लेकर किए गए पोस्ट पर यह कमेंट भी किया था कि ऐसा नहीं होता कि किसी ने पोस्ट कर दिया तो पीडब्ल्यूडी डंपर लेकर पहुंच जाएगा। इसके बाद मंत्री के बयान पर कांग्रेस ने जमकर सरकार और मंत्री को घेरा है। सोशल मीडिया पर मंत्री का बयान वायरल हुआ है।