Last Updated:
MP Electricity Department: MP बिजली विभाग ने IIT, IIM जैसे संस्थानों से मिलाया हाथ. अब पढ़ाई के जरिए सुधरेगी बिजली सेवा, आम लोगों को मिलेगा सीधा फायदा.
सुधरेगी बिजली सेवा
हाइलाइट्स
- MP बिजली विभाग ने IIT, IIM से मिलाया हाथ
- तकनीक और रिसर्च से सुधरेगी बिजली सेवा
- स्मार्ट ग्रिड और ऊर्जा क्षति में कमी पर जोर
शिवकांत आचार्य/ भोपाल: मध्यप्रदेश में बिजली से जुड़ी परेशानियां अब तक किसी रहस्य की तरह बनी हुई थीं. कभी ट्रांसफॉर्मर जल जाता, तो कभी बारिश में पूरी बस्ती अंधेरे में डूब जाती. ट्रिपिंग, ओवरलोड और फ्यूज उड़ने जैसी दिक्कतों से जनता का भरोसा बिजली व्यवस्था से उठने लगा था. लेकिन अब पहली बार, इन समस्याओं का हल किताबों और क्लासरूम से निकलेगा.
IIT, IIM, MANIT, IIIT और CPRI जैसे देश के प्रतिष्ठित संस्थानों के साथ मिलकर मध्यप्रदेश की बिजली कंपनियां अब खुद को अपग्रेड करने जा रही हैं. ये सिर्फ कोलैबोरेशन नहीं, बल्कि एक मजबूत कोशिश है कि तकनीक और रिसर्च के दम पर पुराने सिस्टम को नया जीवन दिया जाए.
बिजली विभाग के PRO मनोज द्विवेदी साफ कहते हैं कि टेक्नोलॉजी बहुत तेज़ी से बदल रही है. हमें भी अपने सिस्टम और कर्मचारियों को लगातार अपग्रेड करना होगा. ये साझेदारी सिर्फ ज्ञान नहीं देगी, बल्कि जमीनी बदलाव भी लाएगी.
भोपाल निवासी खेमचंद्र चौरसिया कहते हैं कि हम तो बिजली कट को अपनी नियति मान चुके थे. लेकिन पहली बार लग रहा है कि कोई हमारी तकलीफ समझ भी रहा है और उसका हल भी ढूंढ रहा है. वहीं उपभोक्ता कल्याणी तंवर ने कहा कि अगर इस बार वाकई कुछ बदला, तो यकीन मानिए राहत बहुत बड़ी होगी.
यह पहल केवल मीटिंग और सेमिनारों तक सीमित नहीं रहेगी. स्मार्ट ग्रिड, ऊर्जा क्षति में कमी, और नए उपकरणों की टेस्टिंग जैसे काम अब तेजी से जमीन पर होंगे. यानी क्लासरूम में बनी रणनीति अब सीधे लोगों के जीवन में असर डालेगी.