खंडवा जिले के आदिवासी बहुल खालवा क्षेत्र में प्रशासन ने खाद की कालाबाजारी पर बड़ी कार्रवाई की है। मंगलवार रात करीब साढ़े 11 बजे खालवा बस स्टैंड के पास एक बोलेरो पिकअप वाहन (क्रमांक MP 12 GA 2194) को रोका गया, जिसमें 80 बोरी यूरिया भरी थी। वाहन चालक य
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बुधवार सुबह कृषि विभाग के उर्वरक गुण नियंत्रण निरीक्षक गोरेलाल वास्कले ने खालवा थाना पुलिस में मामला दर्ज कराया। उपसंचालक कृषि नीतेश यादव ने बताया कि वाहन में हिंदुस्तान उर्वरक एवं रसायन लिमिटेड कंपनी की यूरिया पाई गई, जिसे अवैध रूप से और बिना लाइसेंस परिवहन किया जा रहा था।
ड्राइवर के पास नहीं थे बिल-वाउचर वाहन चालक की पहचान मनोज पिता गोकुल राठौर, निवासी ग्राम सारोला तहसील पंधाना के रूप में हुई है। जांच के दौरान जब उससे खाद परिवहन के बिल और वाउचर मांगे गए, तो वह कोई वैध दस्तावेज नहीं दिखा सका। ड्राइवर मनोज के खिलाफ निम्न धाराओं में प्रकरण दर्ज किया गया जिसमें, उर्वरक गुण नियंत्रण आदेश 1985 की धारा-7, आवश्यक वस्तु अधिनियम 1955 की धारा 3(2)(अ) और धारा 7(3) शामिल है।
आदिवासी क्षेत्रों में नकली खाद की सप्लाई का मामला खालवा क्षेत्र में पहले भी नकली खाद की आपूर्ति के मामले सामने आ चुके हैं। बताया जा रहा है कि आदिवासी किसानों को सस्ती दर में नकली खाद बेची जाती है। पिछले साल भी डीएपी से भरा एक वाहन पकड़ा गया था।
ताजा मामले में पुलिस को जानकारी मिली है कि खाद की यह सप्लाई बोरगांव बुजुर्ग के एक व्यापारी द्वारा कराई जा रही थी। बताया जाता है कि यह व्यापारी खुद खाद तैयार करता है और किराए के पिकअप वाहनों से रात के समय आदिवासी क्षेत्रों में माल भेजता है।
जांच जारी, व्यापारी तक पहुंचने की कोशिश पुलिस और कृषि विभाग अब व्यापारी की भूमिका की जांच कर रहे हैं। इस तरह की सप्लाई चेन को तोड़ने के लिए आगे भी कार्रवाई की जा सकती है।