शिक्षा में क्रांति: आधुनिक लैब का कमालआम तौर पर सरकारी स्कूलों में संसाधनों की कमी देखने को मिलती है, लेकिन खंडवा का यह पीएम श्री स्कूल इस मिथक को तोड़ता है. यहां की कंप्यूटर लैब किसी भी प्राइवेट स्कूल से कहीं ज़्यादा उन्नत और सुसज्जित है. विद्यालय के प्राचार्य डॉ. संजय रिबोरकर बताते हैं कि स्कूल में एक विशाल कंप्यूटर लैब के साथ-साथ एक डिजिटल लाइब्रेरी भी है.
डिजिटल लाइब्रेरी में 10 कंप्यूटर हैं.
आईटी लैब में 12 कंप्यूटर हैं.
आईसीटी लैब में 10 कंप्यूटर हैं.
और सबसे महत्वपूर्ण, एआई लैब में 40 कंप्यूटर हैं.
इस तरह कुल मिलाकर लगभग 100 कंप्यूटर का एक पूरा स्ट्रक्चर यहां मौजूद है. बच्चे यहां AI, आईटी (Information Technology) और आईसीटी (Information and Communication Technology) जैसे विषय पढ़ते हैं. डिजिटल लाइब्रेरी में बच्चे कंप्यूटर की मदद से ऑनलाइन किताबें और अध्ययन सामग्री एक्सेस कर सकते हैं, जिससे उनकी पढ़ाई और भी सुविधाजनक हो गई है.
भविष्य के लिए तैयार: AI और कोडिंग का महत्वइस लैब के माध्यम से बच्चे न केवल AI और आईटी सीख रहे हैं, बल्कि उन्हें माइनक्राफ्ट (Minecraft) जैसे रचनात्मक गेमिंग प्लेटफॉर्म का भी उपयोग करना सिखाया जा रहा है, जिससे उनकी तार्किक और रचनात्मक क्षमताएं विकसित हों. इसके अलावा, बेसिक कंप्यूटर की जानकारियों के लिए आईटी और आईसीटी के कोर्स भी चलाए जा रहे हैं.
उज्ज्वल भविष्य की ओर: रोजगार के अवसरइन आधुनिक शिक्षा पद्धतियों का सबसे बड़ा फायदा बच्चों के भविष्य को मिल रहा है. जैसा कि डॉ. निमबोरकर बताते हैं, ”अभी पूरा युग जो है कंप्यूटर बेस्ड हो गया है और एआई जिसमें एक नया सब्जेक्ट है और उसी में अभी सबसे ज़्यादा जॉब अपॉर्चुनिटीज है.” ऐसे में यह शिक्षा बच्चियों के लिए विशेष रूप से भविष्य में रोजगार के बेहतर अवसर प्रदान करेगी. यह स्कूल न केवल अकादमिक ज्ञान दे रहा है, बल्कि बच्चों को भविष्य की चुनौतियों का सामना करने और रोजगार योग्य बनाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है.
खंडवा का यह पीएम श्री कन्या स्कूल वास्तव में एक मिसाल है कि कैसे सरकारी संस्थान भी सही विजन और समर्पण के साथ शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्टता प्राप्त कर सकते हैं और बच्चों के लिए एक उज्ज्वल भविष्य का निर्माण कर सकते हैं.