ये जंगली पेड़ दिखा तो इसकी खैर नहीं, फल छोड़ो तना तक खा जाते लोग

ये जंगली पेड़ दिखा तो इसकी खैर नहीं, फल छोड़ो तना तक खा जाते लोग


Last Updated:

Chhatarpur News: ग्रामीणों ने बताया कि खजूरी के पेड़ के तने को निकालने में काफी मेहनत लगती है. पहले इसके कांटों को आराम-आराम से छांटना होता है, इसके बाद तने को छांटा जाता है, फिर जाकर खाने वाला हिस्सा मिलता है.

छतरपुर. मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में एक ऐसा जंगली पेड़ भी पाया जाता है, जिसे लोग बड़े चाव से खाते हैं. दरअसल जिले के जंगलों में खजूरी या खजरी नाम के पेड़ पाए जाते हैं. बरसात के मौसम में इसमें फल भी पकते हैं. हालांकि इसमें कांटे भी होते हैं लेकिन फिर भी यहां इस पेड़ के तने को फल के तौर पर खाया जाता है. साथ ही इसकी सब्जी भी बनाई जाती है, जो काफी स्वादिष्ट होती है. ग्रामीण बताते हैं कि यहां पर खजूरी के पेड़ खूब पाए जाते हैं, जिन्हें क्षेत्रीय भाषा में खजरी के नाम से जाना जाता है. बरसात के मौसम में इसमें फल भी पकने शुरू हो जाते हैं, जिसे लोग खूब पसंद करते हैं. इस कांटेदार पेड़ का फल ही नहीं खाया जाता है बल्कि इसका तना भी फल के तौर पर खाया जाता है.

वैसे तो पूरे साल आपको छतरपुर जिले में खजूरी के पेड़ दिख जाएंगे लेकिन बरसात के मौसम में इस पेड़ की मांग ज्यादा हो जाती है क्योंकि इस मौसम में छोटी-छोटी खजूरी के पेड़ ज्यादा देखने को मिल जाते हैं और इन्हीं छोटी खजूरी के तने को फल के तौर पर खाया जाता है. लोग इसे देखते ही कुल्हाड़ी लेकर टूट पड़ते हैं.

कच्चे नारियल जैसा तने का स्वाद
ग्रामीण बताते हैं कि इसके तने का जो स्वाद होता है, वो बिल्कुल कच्चे नारियल की तरह ही होता है. बरसात का सीजन है, तो इस सीजन में इसका स्वाद सबको भाता है. बच्चों से लेकर युवा और बुजुर्ग तक इसको खाना पसंद करते हैं.

homeajab-gajab

ये जंगली पेड़ दिखा तो इसकी खैर नहीं, फल छोड़ो तना तक खा जाते लोग



Source link