विदिशा के खरीफटक गेट के पास नगर पालिका की ओर से हाल ही में बनाए गए नाले की गुणवत्ता पर उठे सवाल सही साबित हुए। नाला बने सिर्फ 15 दिन ही हुए थे कि गुरुवार को एक वाहन गुजरते ही उसका स्लैब टूट गया और सड़क पर गड्ढा बन गया। गनीमत रही कि हादसे में कोई घायल
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स्थानीय निवासी दीपक ने बताया कि निर्माण के समय ही लोगों ने इसकी कमजोर गुणवत्ता को लेकर ठेकेदार को चेताया था, लेकिन ठेकेदार ने आम लोगो की बातों को यह कहकर नजरअंदाज कर दिया कि तुम लोगो को क्या ज्ञान है। दीपक का आरोप है कि नाले के ऊपर सिर्फ पतली सी स्लैब बिछाई गई थी और उस पर डेढ़ इंच मसाले की परत डाली गई थी, जो कि सरासर घटिया निर्माण है।
मनोज नामक एक अन्य निवासी ने बताया कि नाला पहले से ही कमजोर था। जैसे ही गाड़ी गुजरी, स्लैब धंसा और सड़क बैठ गई। ठेकेदार से सवाल किया तो वह उल्टा हमें ही अनपढ़ कहने लगा।
ठेकेदार और इंजीनियर की कार्यप्रणाली पर सवाल स्थानीय लोगों का आरोप है कि नगर पालिका और ठेकेदार की मिलीभगत से घटिया निर्माण हो रहा है। मौके पर इंजीनियर मौजूद नहीं रहते, जिससे निगरानी का अभाव है। इससे पहले भी शहर की कई नालियों में इसी तरह की खामियां सामने आ चुकी हैं।
नपा का जवाब- दोषी पाए गए तो कार्रवाई होगी
नगर पालिका के एई रमेश वर्मा ने बताया कि घटना की जानकारी मिली है। उन्होंने कहा कि जांच के बाद अगर गुणवत्ता में गड़बड़ी मिली तो ठेकेदार का भुगतान रोका जाएगा और उसे ब्लैकलिस्ट किया जाएगा।