सीए ने राजनीतिक दल को 2 करोड़ का चंदा दिलाया: 4 करोड़ से ज्यादा की टैक्स चोरी करवाई; इंदौर में कमीशन के बदले करता काम – Indore News

सीए ने राजनीतिक दल को 2 करोड़ का चंदा दिलाया:  4 करोड़ से ज्यादा की टैक्स चोरी करवाई; इंदौर में कमीशन के बदले करता काम – Indore News



सीए शुभम लड्ढा ने तकरीबन 70 लोगों से चंदा दिलाया है।

देशभर में सोमवार-मंगलवार को आयकर विभाग ने कार्रवाई की। इंदौर में यह कार्रवाई सीए शुभम लड्ढा और एक कर सलाहकार प्रकाश जैन के घर और ऑफिस पर की गई थी। इस कार्यवाही के बाद अब कई चौकाने वाली जानकारी सामने आ रही है।

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सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इंदौर में कार्रवाई के दौरान रिपब्लिकन बहुजन समाज पार्टी का नाम सामने आया है, जिसे सीए और कर सलाहकारों ने तकरीबन डेढ़ से दो करोड़ का चंदा दिलाया है।

मप्र निर्वाचन आयोग के अनुसार मप्र में कुल 106 राजनीति दल सक्रिय हैं। इनमें 5 राष्ट्रीय पार्टी हैं। छह राज्यस्तरीय दल हैं। वहीं, पंजीकृत लेकिन गैर मान्यता प्राप्त दलों की संख्या 95 है। इसमें इंदौर में रिपब्लिकन बहुजन पार्टी का नाम सामने आया है, जिसे सीए शुभम लड्ढा ने तकरीबन 70 लोगों से चंदा दिलाया है। ये चंदा 1 से 5 लाख के बीच है।

हालांकि, शुभम इस मामले में नया खिलाड़ी है। दो-तीन साल पहले ही काम शुरू किया है। बताया जा रहा है कि इसका बड़ा खिलाड़ी प्रकाश जैन है, जिसका ऑफिस 60 फीट रोड छोटा बांगड़दा पर है। वह काफी लम्बे समय से काम कर रहा है।

सूत्रों की मानें तो यहां भी शुरूआती दौर में संदिग्ध दान के 50 से अधिक मामले मिले हैं। कार्रवाई के दौरान आम भारतीय पार्टी, स्वर्णिम भारत, भारतीय क्रांति संघ, राष्ट्र वाहिनी पार्टी, इंपिरियल पार्टी ऑफ इंडिया, एकता निर्माण नेशनल पार्टी और मालवा कांग्रेस का नाम सामने आया है।

40 हजार करदाताओं ने आइटी रिटर्न में किया संशोधन

2.29 लाख कर्मचारी, 7124 करोड़ का फर्जी क्लैम मुंबई, पुणे और नागपुर क्षेत्र में कुल 86058 कर्मचारियों ने 2488 करोड़ की कटौती का दावा किया है। दिल्ली, उत्तरप्रदेश, उत्तराखंड और उत्तर पश्चिमी क्षेत्र (एनडब्ल्यूआर) क्षेत्र में 47571 कर्मचारियों ने 1382 करोड़ की कटौती का दावा किया।

प. बंगाल, सिक्किम, बिहार, झारखंड, ओडिशा, उत्तर पूर्व के संयुक्त क्षेत्र में 8597 कर्मचारियों ने 223 करोड़ की कटौती का दावा किया। कर्नाटक, गोवा, आंध्र, तेलंगाना में 49,580 कर्मचारियों ने 1641 करोड़ का दावा किया। राजस्थान, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में 37,822 कर्मचारियों ने कुल 1117.93 करोड़ का दावा किया।

आयकर विभाग द्वारा फर्जी कटौती और छूट पर बड़े पैमाने पर कार्रवाई के बाद पिछले 4 महीनों में 40,000 करदाताओं ने आयकर रिटर्न में संशोधन किया और 1,045 करोड़ के धोखाधड़ी वाले दावों को वापस लिया।

देशभर में 1045 करोड़ की टैक्स चोरी का खुलासा

आयकर विभाग की रिपोर्ट के अनुसार, इस तरह की गतिविधियों में 1,045 करोड़ रुपए की टैक्स चोरी का खुलासा देशभर में हुआ है। ऐसे में इन गतिविधियों को रोकने और टैक्स चोरी कराने वालों पर कार्रवाई के लिए देशभर में अभियान शुरू किया गया है।

बताया जाता है कि जल्दी ही एमपी और छत्तीसगढ़ के कुछ और प्रैक्टिशनर्स, एजेंट्स, सीए के यहां सर्च और सर्वे की कार्रवाई आयकर विभाग करने वाला है। इसी कड़ी में सोमवार और मंगलवार को एमपी के जबलपुर, इंदौर, रतलाम, उज्जैन, रीवा और छत्तीसगढ़ में मनेंद्रगढ़, चिरमिरी समेत एक अन्य जिले में 13 ठिकानों पर आयकर विभाग के अफसरों ने सर्च और सर्वे की कार्रवाई की है।

इस दौरान लैपटॉप, कंप्यूटर समेत अन्य सामान जब्त किए गए और इस तरह के काम करने वालों के मनी ट्रांजैक्शन की जांच की जा रही है।

छापे में इंदौर, रतलाम के यह लोग धराए

आईटी के जरिए फर्जी रिफंड मामले में की गई छापामार कार्रवाई में इंदौर के सीए शुभम लड्डा के यहां जांच हुई है। इसमें उनके सहयोगी निखिल मंत्री और अन्य से भी पूछताछ हुई। वहीं, एरोड्रम एरिया में रहने वाले कर सलाहकार प्रकाश जैन के यहां भी टीम पहुंची थी और जांच की गई। रतलाम में कर सलाहकार सुरेश गुप्ता के भी यहां जांच हुई है। उज्जैन में एजेंट सत्येंद्र टूटेजा और संजय चौधरी के यहां भी कार्रवाई हुई।

लड्डा ने 4 करोड़ से ज्यादा की टैक्स चोरी करवाई

आयकर जांच में आया है कि सीए, कर सलाहकार और मध्यस्थों के गठबंधन ने फर्जी रसीद, राजनीतिक चंदे, मेडिकल के फर्जी बिल, ट्यूशन फीस आदि की रसीदें बताकर करदाता को टैक्स रिफंड दिलवाया। साथ ही इसके बदले में जमकर कमीशनखोरी की है।

लड्डा के ठिकानों पर जांच में करीब चार से पांच करोड़ की फर्जी इनकमटैक्स छूट, रिफंड का मामला सामने आया है। उनके जरिए कई बड़े वेतन वाले कर्मचारियों के रिटर्न भरे जा रहे थे। रतलाम के सुरेश गुप्ता के यहां भी कैश, ज्वैलरी मिली है।

5 महीने पहले देवास के सीए जैन से खुली फाइल

फर्जी रिफंड की फाइल खुलने की बात भी इंदौर, उज्जैन इनकमटैक्स रीजन से ही खुली। इस रीजन में इनकमटैक्स अधिकारियों के संज्ञान में मामला आया कि यहां पर टैक्स जमा के अनुपात में टैक्स रिफंड तेजी से बढ़ा है। खासकर टीडीएस (टैक्स डिडक्टेड एट सोस) भरने में भारी फर्जीवाड़ा हो रहा है। इसके जरिए बड़ा वेतन पाने वाले और कमाई करने वाले रिफंड ले रहे हैं।

इसमें जब जानकारी जुटाई गई तो सीए नीरज जैन जो देवास में काम करते हैं और उज्जैन सीए ब्रांच में रजिस्टर्ड हैं। उनके एक ही आईपी एड्रेस से कई ईमेल के जरिए टैक्स रिटर्न भरने और रिफंड क्लेम करने की जानकारी सामने आई।



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